राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि रेणुका जी मेला भगवान परशुराम का अपनी माँ रेणुका जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति की अभिव्यक्ति है। यह भारतीय समाज के समृद्ध मूल्यों का प्रतीक है। वह आज सिरमौर जिले में अंतर्राष्ट्रीय रेणुका जी मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि मेले और त्यौहार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के द्योतक हैं और इन्हें हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए। https://www.tatkalsamachar.com/shimla-miss-himachal/ उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए लोगों को बधाई दी और कहा कि माता रेणुका जी के प्रति अपनी धार्मिक आस्था है तथा प्रदेश और देश के विभिन्न स्थानों से लोग यहां दर्शन करने आते हैं।
उन्होंने भगवान परशुराम जी और माता रेणुका जी के मंदिरों में पूजा की और ‘देव विदाई’ समरोह भी भाग लिया।
इसके उपरांत, राज्यपाल ने पूर्व सैनिक संगड़ाह और स्पोर्ट्स क्लब शिलाई के बीच खेले गए अंतिम कबड्डी मैच को भी देखा जिसे शिलाई टीम ने जीता। उन्होंने मेले के दौरान आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताओं में विजेता टीमों को पुरस्कार भी प्रदान किए, जिसमें महिला बैडमिंटन प्रतियोगिता में सतौन की कशिश प्रथम उपविजेता रहीं, जबकि स्वाति विजेता रहीं। पुरुष वॉलीबाल में सेन धार प्रथम उपविजेता रहे और ए.के.एम. ददाहू विजेता टीम रही। पुरुष बास्केटबाल प्रतियोगिता में नाहन सीनियर्स प्रथम उपविजेता रही और एम.एम.यू. अंबाला विजेता टीम रही। महिला बैडमिंटन में इकबाल क्लब पांवटा साहिब प्रथम उपविजेता रही और नाहन बालर्स विजेता रही।
उपायुक्त एवं अध्यक्ष श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड, राम कुमार गौतम ने राज्यपाल का स्वागत किया और मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने मेले में आयोजित विभिन्न गतिविधियों की भी जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, रेणुका विकास बोर्ड के पदाधिकारी, क्षेत्र के गणमान्य लोग एवं जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।