हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग ने प्रदेश के लोगों और पर्यटकों से वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने आज यहां बताया कि प्रदेश मंे सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रतिवर्ष सैंकड़ों लोगों की मृत्यु होती है और हजारों लोग घायल हो जाते हैं। इसका सामाजिक परिवेश के साथ-साथ आर्थिक व्यवस्था पर भी कुप्रभाव पड़ता है। उन्हांेने कहा कि वर्तमान मंे प्रदेश मंे 21.27 लाख वाहन पंजीकृत हैं जिनमंे से नौ लाख से अधिक दो पहिया वाहन है। अधिकांश दो पहिया वाहनों का उपयोग युवाआंे द्वारा किया जाता है। तेज रफ्तार और हेलमेट का प्रयोग नहीं करनेे से सड़क दुर्घटना व गंभीर चोटों का जोखिम और भी बढ़ जाता है।
उन्हांेने लोगांे से वाहन चलाते समय सीमित गति, हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग करने के साथ-साथ मोबाईल फोन का इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह किया। उन्हांेने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाना एक दंडनीय अपराध है और नशा सेवन के उपरान्त वाहन चलाने से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
उन्होंने लोगांे से समय-समय पर वाहन की जांच करवाने, वाहन चलाते समय संयमित व्यवहार करने, स्कूलों के आसपास बहुत धीमी गति मंे वाहन चलाने, ओवरटेक से बचने और सभी यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया। https://www.tatkalsamachar.com/shimla-plantation-2/
परिवहन निदेशक ने कहा कि कुछ लोग वाहनों मंे सफर के दौरान सनरूफ से बाहर निकलते हैं यह भी यातायात नियमों के खिलाफ है और सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।
उन्हांेने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा लोगांे को यातायात नियमों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगांे से सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि यातायात नियमांे का पालन करने से न केवल अपनी बल्कि अन्य लोगांे की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।