मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार देर सायं जिला शिमला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या की अध्यक्षता की और स्मारिका का विमोचन किया। इस अवसर पर उपायुक्त अनुपम कश्यप ने मुख्यमंत्री को हिमाचली शॉल और टोपी भेंट कर सम्मानित किया। पुरानी पेंशन योजना में कवर हुए कर्मचारियों ने भी मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पार्श्व गायिका महालक्ष्मी अय्यर और श्रीराम अय्यर ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष देव आनंद वर्मा, शिमला जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी, कांग्रेस नेता बुद्धि सिंह ठाकुर, रामपुर नगर परिषद अध्यक्ष मुस्कान, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने लवी मेले में ‘दोहड़ू’ और अखरोट खरीदे
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार देर सांय जिला शिमला के रामपुर में लवी मेले में 8,900 रुपये की खरीदारी की। अंतरराष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगाए गए विभिन्न प्रदर्शनी स्टालों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री हस्तशिल्प उत्पादों व सूखे मेवों के एक स्टाल पर रुके। उन्होंने महिला विक्रेता से उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त की और एक किलोग्राम अखरोट और एक दोहड़ू (ऊनी कंबल) खरीदा। मुख्यमंत्री ने कंबल के लिए 8,000 रुपये https://tatkalsamachar.com/shimla-eco-tourism/ और अखरोट के लिए 900 रुपये का भुगतान गूगल पे के माध्यम से किया।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा दे रही है, जो न केवल व्यापारिक वस्तुएं हैं बल्कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक भी हैं। उन्होंने कहा कि लवी जैसे मेले न केवल उत्सव हैं, बल्कि भाईचारे और सद्भावना के भी प्रतीक हैं, जिनका सदियों पुराना इतिहास है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और बीते दो वर्षों में इस संबंध में अनेक पहल की गई हैं तथा भविष्य में इन प्रयासों को और गति देने की योजना है।