आइसोलेशन में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों तथा होम क्वारंटीन लोगों की निगरानी तथा उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जिला में 1300 समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां जिला स्तर पर, उपमण्डल स्तर पर, खण्ड स्तर पर और यहां तक कि पंचायत व वार्ड स्तर पर गठित की गई हैं। समितियों में पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर्ज को शामिल किया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि जिला में समितियों का गठन कोरोना की पहली लहर आने पर कर दिया गया था। जिला में वर्तमान में 945 एक्टिव मामले हैं। इनमें से करीब 800 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं जबकि अन्य लोगों को गंभीर समस्या होने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि होम आइसोलेशन में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की विशेष निगरानी करने के समितियों को निर्देश दिए गए हैं। पाॅजिटिव लोगों की वजह से आस-पड़ौस के अन्य लोग संक्रमित न हो, इस बावत समिति के सदस्य कड़ी निगरानी कर रहे हैं। समितियां स्थानीय तौर पर कोविड मरीजों को राशन व दवाईयां इत्यादि की आपूर्ति में भी सहयोग कर रही हैं। इसके अतिरिक्त, कोरोना मरीजों के मोबाईल सम्पर्क आशा के पास भी उपलब्ध हैं और वे समय-समय पर होम आइसोलेशन में मरीजों के आॅक्सीजन लेवल, बुखार पर नजर बनाए हुए हैं। मरीज को यदि किसी प्रकार की गंभीर समस्या होती है तो समिति के सदस्य अथवा आशा तुरंत से अस्पताल को सूचित कर रहे हैं। किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर मरीजों को अथवा उनके परिजनों को 104 नम्बर पर संपर्क करने को कहा गया है।
उपायुक्त ने कहा कि समितियां क्वारंटीन में रह रहे लोगों पर भी नजर रख रही हैं। होम क्वारंटीन में कोई भी व्यक्ति यदि घर से बाहर निकलने की कोशिश करता है तो तुरंत से कार्रवाई की जाती है। समितियों के सदस्य स्थानीय तौर पर लोगों को कोरोना महामारी के नुकसान व प्रोटोकोल के बारे में भी जागरूक कर रही हैं। समितियांे को कोरोना कफ्र्यू के नियमों के बारे में भी लोगों को जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि कोरोना गांवों में तेजी के साथ पैर पसार रहा है। आरंभ में लोगों को पिछले साल के अनुभव के आधार पर यह लगा कि गांवों में कोरोना नहीं फैलेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक है और यह तेजी के साथ फैलता है। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए अच्छे से माॅस्क का उपयोग करना और हो सके तो घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है। अनावश्यक बाजारों की ओर रूख न करें। ऐसा करने से आप अपने घर परिवार के लोगों को संक्रमित करने का काम कर रहे हैं। सार्वजनिक समारोहों को हो सके तो बहरहाल टाल दें, अन्यथा पूर्व अनुमति के साथ किसी भी सूरत में 20 से ज्यादा लोग एकत्र न हो। सार्वजनिक समारोह व भोज कोरोना वायरस के प्रसार के लिये संवेदनशील क्षेत्र हैं।