शिमला स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि केंद्र सरकार नेे राज्यों को निर्देश दिए है कि कोविड टीकाकरण में उन लाभार्थियों को प्राथमिकता दी जाए, जिन्होंने टीकाकरण के लिए आॅनलाइन सत्र बुक किए हैं। लाभार्थियों द्वारा टीकाकरण के लिए स्वयं किया गया आॅनलाइन पंजीकरण और अप्वाइंटमेंट टीके की वेस्टेज को कम करने में सहायक सिद्ध होगी है। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण केंद्रों द्वारा 45 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के टीकाकरण के लिए आॅनलाइन और आॅन-साइट दोनों स्लाॅट प्रदान किए जा रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि जिन लाभार्थियों ने कोविन पोर्टल के माध्यम से आॅनलाइन अप्वाइंटमेंट लिया है उन्हें टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाए। यह भी निर्देश दिए गए है कि टीकाकरण स्थलों पर उचित सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रतीक्षा क्षेत्र में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि वृद्धजनों को टीकाकरण केंद्रों पर कतार में खड़ा न होना पड़े। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग जो नेटवर्क तथा स्मार्ट फोन के अभाव में अपना सत्र बुक नहीं कर सकते है, वे सीधे टीकाकरण केंद्रों पर आॅन-साइट पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने लोगों से कोविन पोर्टल के माध्यम से टीकाकरण के लिए आॅनलाइन अप्वाइंटमेंट बुक करने का आग्रह किया हैं। उन्होंने कहा कि 18 से 44 आयु वर्ग के लिए आॅन-साइट पंजीकरण केवल जनजातीय तथा दुर्गम क्षेत्रों में ही उपलब्ध होगा।
कोरोना में भी नवजात शिशुओं व छोटे बच्चों को मां का दूध पिलाएं
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित या संदिग्ध धात्री माताओं द्वारा सभी सावधानियां बरतते हुए नवजात शिशुओं व छोटे बच्चों को दूध पिलाना पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस संबंध में प्रदेश में निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसी माताएं प्रसव के एक घंटे के भीतर बच्चों को दूध पिला सकती हैं। विशेषकर नवजात शिशुओं को 6 माह के लिए मां का दूध पिलाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसी माताओं को पर्याप्त बचाव उपायों का पालन करना चाहिए, जिसमें ट्रिप्पल लेयर मास्क पहनना, बच्चें को दूध पिलाने से पहले कम से कम 40 सैकंेड तक साबुन से हाथ धोना या कम से कम 20 सेकेड तक सेनिटाइजर से हाथ साफ करना शामिल हैं।
मधुमेह से पीड़ित कोविड संक्रमित मरीजों के लिए दिशा-निर्देश जारी
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मधुमेह से पीड़ित कोविड मरीजों में मधुमेह के निदान और प्रबंधन पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य ब्लड शुगर स्तर वाले मरीजों में वायरल बीमारी विशेषकर कोविड के मामलों में ब्लड शुगर के स्तर में बढ़ौतरी देखी गई हैं। कोविड उपचार के लिए दिए जाने वाले स्टेराॅयड से भी यह स्थिति उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए ऐसे मरीजों के उपचार में ब्लड शुगर की नियमित जांच तथा दी जाने वाली दवाईयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड देखभाल संस्थानों में ग्लूकोमीटर के माध्यम से प्रत्येक मरीज की कम से कम दो बार ब्लड शुगर की जांच की जानी चाहिए। मधुमेह से पीड़ित कोविड मरीज का उपचार मधुमेह के अनुसार होना चाहिए तथा मरीज को मधुमेह डाइट प्रदान की जानी चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के कारण दर्ज की गई कुल मृत्यु में 50 प्रतिशत लोग को-माॅरबिडिटिज से पीड़ित थे। इनमें मधुमेह से पीड़ित मृतकों का प्रतिशत 48.1 हैं। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित या संदिग्ध मरीजों से हिमाचल कोविड केयर ऐप पर पंजीकरण करने तथा अपने संबंधित चिकित्सक से नियमित संपर्क में रहने का आग्रह किया है। ऐसे मरीजों को नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए तथा चिकित्सक द्वारा दी गई दवाईयां लेनी चाहिए।
निजी कोविड टीकाकरण केंद्र करेंगे राज्य में टीकाकरण अभियान आरम्भ
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि राज्य में 2 जून, 2021 तक 1975780 लोगों को कोविड टीकाकरण के तहत टीके की पहली खुराक दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का निःशुल्क टीकाकरण करने के लिए प्रदेश सरकार ने राज्य में विभिन्न सरकारी टीकाकरण केंद्र स्थापित किए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 39 निजी अस्पतालों को चिन्हित तथा सूचीबद्ध किया गया है, जो प्रदेश में टीकाकरण सेवाएं प्रदान करने के लिए पंजीकृत हैं। कांगड़ा स्थित फोर्टिज अस्पताल ने कोविड वैक्सीन प्राप्त कर ली है तथा 4 जून, 2021 से आम लोगों के लिए टीकाकरण आरंभ किया जाएगा। यह निजी अस्पताल प्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण करवाने वाला प्रथम निजी कोविड टीकाकरण केंद्र होगा तथा कोविशील्ड टीकाकरण का शुल्क 850 रुपये प्रति डोज निर्धारित किया गया है।
प्रदेश में जिला किन्नौर के संजीवनी जिंदल अस्पताल में औद्योगिक कार्य स्थल कोविड टीकाकरण केंद्र के तहत जिंदल हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लाभार्थी निजी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा निर्धारित किए गए शुल्क का भुगतान कर निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों में टीकाकरण करवा सकते हैं।