राज्य रेड क्राॅस सोसायटी ने आज यहां संत निरंकारी मिशन के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसका शुभारम्भ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया। वह हिमाचल प्रदेश रेड क्राॅस सोसायटी के अध्यक्ष भी हैं। राज्य रेड क्राॅस कल्याण शाखा की अध्यक्षा डाॅ. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
रक्तदान शिविर के दौरान 104 यूनिट रक्तदान किया गया, जिसमें मिशन के सभी स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस अवसर पर राज्यपाल और डाॅ. साधना ठाकुर ने सभी रक्तदानियों को सम्मानित किया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि रक्तदान जीवनदान कार्य है, जिससे कई जीवन बचाए जा सकते हैं। इससे मानवता की सेवा करने की भावना उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है और लोग तथा सरकारें इस स्थिति से उबरने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सभी कोरोना योद्धाओं का आभार व्यक्त करते हुए संत निरंकारी मिशन जैसी सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं की सराहना की।
राज्यपाल ने संत निरंकारी जैसे संगठन द्वारा संकट के समय में मानवता की रक्षा के लिए आगे आने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन ने कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार को 50 आॅक्सीजन कंसन्ट्रेटर दान किए। जागरूता कार्य, मास्क व सेनिटाइजर प्रदान करने के अतिरिक्त चिकित्सा हेल्पलाइन, क्वारन्टीन के लिए एसएनएम विद्यालयों की पेशकश, लोगों के लिए अनाज का प्रावधान, प्रवासी मजदूरांे व दैनिक भोगियों को राहत प्रदान करने में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। उनके द्वारा देश भर में प्रदान की गई सेवाएं सराहनीय हैं।
दत्तात्रेय ने कहा ‘यह मिशन केवल प्रचलित धर्म या पंथ नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक विचारधारा है। यह विचारधारा मानवता की सेवा से सम्बन्धित है। मेरा मानना है कि मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं हैञ। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए आत्मविश्वास और साहस सबसे बड़ी ताकत है और संत निरंकारी मिशन इस भावना को जागृत करने में बेहतरीन सेवा प्रदान कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि इस महामारी के दौरान अस्पतालों में रक्त की कमी का सामाना करना पड़ा और ऐसी स्थिति में रेड क्राॅस और संत निरंकारी मिशन द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है और इस भावना को लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। इससे करोड़ों लोगों के जीवन बचाए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी का जीवन बचाए जाने पर जो संतोष महसूस होता है, उसे शब्दों में ब्यान करना संभव नहीं हैञ।
उन्होेेंने लोगों से निर्धारित समय पर कोविड टीकाकरण करवाने, उचित प्रकार से मास्क पहनने, स्वच्छता का पालन करने और उचित शारीरिक दूरी बनाए रखने का आग्रह किया। यह स्वयं तथा अन्य लोगों को इस महामारी से बचाए रखने में सहायक सिद्ध होगा।
इससे पूर्व राज्यपाल ने जिला रेड क्राॅस शाखाओं के लिए कोविड राहत सामग्री वाहनों को रवाना किया। इस सामग्री को आम जनता में वितरित किया जाएगा।
केन्द्रीय योजना एवं परामर्श बोर्ड संत निरंकारी मिशन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया। सामाजिक कल्याण के सदस्य प्रभारी जोगिन्द्र सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, राज्य रेड क्राॅस के सचिव पी.एस. राणा, आंचलिक प्रभारी शिमला एसएनएम राजवंत कौर, समन्वयक शिमला कैप्टन एन.पी.एस. भुल्लर और एसएनएम के शिमला जोन के क्षेत्रीय संचालक नरेन्द्र कश्यप भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने महाराणा प्रताप जयन्ती के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि महाराणा प्रताप एक महान व शूरवीर योद्धा थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन युवा पीढ़ी को पराक्रम, आत्म-सम्मान एवं देशभक्ति की प्रेरणा देता है।
जय राम ठाकुर ने अपने संदेश में कहा कि महाराणा प्रताप एक सच्चे देशभक्त थे जिन्होंने बहादुरी एवं साहस के साथ देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका बलिदान लोगों को सदैव देश की एकता एवं अखण्डता को बनाए रखने की प्रेरणा देता है।