महिला एवं बाल विकास विभाग के अंर्तगत मिशन शक्ति संकल्प हब के तहत वीरवार को मट्टनसिद्ध और डुग्घा खुर्द में जागरुकता शिविर आयोजित किए गए। इन जागरुकता शिविरों में एक अगस्त से 7 अगस्त तक मनाए जा रहे विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत भी महिलाओं को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।
इस अवसर पर महिलाओं का मार्गदर्शन करते हुए टौणीदेवी के बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप चौहान ने बताया कि एक शिशु के लिए मां का दूध बहुत ही पौष्टिक एवं स्वास्थ्यवर्द्धक होता है। https://tatkalsamachar.com/dharamshala-news-pm-shri-yojana/ इसलिए, जन्म से छह माह तक शिशु को केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए। मां के दूध से जहां शिशु का शारीरिक विकास होता है, वहीं यह उसे कई बीमारियों से भी बचाता है।
जैंडर स्पेशलिस्ट वंदना ठाकुर ने बताया कि मां का पहला गाढ़ा दूध बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है। वृत्त पर्यवेक्षक किरण कुमारी ने बताया कि आम महिलाओं को स्तनपान के महत्व से अवगत करवाने के लिए इस वर्ष भी 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित किया जा रहा है। https://youtu.be/XOaoI4RocQE?si=HQ7JbGlfJanZGA2J इसके तहत विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
शिविरों के दौरान मिशन शक्ति की जिला समन्वयक कल्पना ठाकुर ने संकल्प हब के तहत चल रही विभिन्न स्कीमों की जानकारी दी। इन जागरुकता कार्यक्रमों स्थानीय महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।