Bilaspur News : बाहोट-कसोल को विलेज पर्यटन हब बनाने के लिए अहम  बैठक का आयोजन, बैठक में इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने सहित विभिन्न पहलुओं पर हुई चर्चा,

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An important meeting was organized to make Bahot-Kasol a village tourism hub, various aspects including setting up of infrastructure were discussed in the meeting.

शहर की भागदौड़ से दूर  छुट्टी मनाने की चाहत रखने वालों के लिए जिला बिलासपुर में कोल डैम के साथ लगने वाले बेहद ही खूबसूरत गाँव बाहोट-कसोल को विलेज पर्यटन हब  बनाने के लिए जिला प्रशासन बिलासपुर ने शुक्रवार को अहम बैठक का आयोजन किया। बैठक में पंचायत के पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के सभी अधिकारी और एनटीपीसी के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जिले के कोलडैम के साथ लगते क्षेत्र बाहोट-कसोल को विलेज पर्यटन हब बनाने का कार्य प्रशासन ने शुरू कर दिया है। बाहोट-कसोल को विलेज पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसके लिए आज  बैठक बुलाई गई थी इस क्षेत्र में बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत रूप में चर्चा की गई।

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जाएगा। यहां मेट्रो सिटी के लोग आकर ग्रामीण जीवन शैली का लुत्फ उठा सकेंगे। इस क्षेत्र को इको टूरिज्म से भी जोड़ा जाएगा। यहां टिकाऊ मछली पकड़ने का पर्यटन स्थल यानी एक्वा टूरिज्म को भी प्रमोट किया जाएगा।https://tatkalsamachar.com/dharamsala-mahatma-gandhi/ इसके अतिरिक्त इस गांव में पर्यटकों को पारंपरिक खेती के तरीके, बागवानी, मिट्टी के बर्तन बनाने, गन्ने के विभिन्न उत्पाद सहित, डेरी फार्मिंग से जुड़े विभिन्न पहलुओं को पर्यटकों को रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र में  जल थल और वायु से जुड़े पर्यटन गतिविधियों आयोजित की जाएगी।


स्थानीय लोगों को करवाया जाएगा एक्सपोजर विजिट,
होमस्टे के संचालन के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारी देंगे वर्कशॉप में प्रशिक्षण

उपायुक्त ने कहा कि इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर पर्यटकों के  आवागमन पर होमस्टे को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि स्थानीय लोगों युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार मिल सकें।
इस योजना से जुड़ने वाले लोगों को अन्य राज्यों में मिसाल बन चुके विलेज पर्यटक स्थलों पर एक्सपोजर विजिट करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त होमस्टे संचालन करने वाले लोगों के लिए भी विभाग के माध्यम से वर्कशॉप करवाया जाएगा ताकि स्थानीय लोग पर्यटकों के लिए होटल स्तर की सुविधा उपलब्ध करवा सके।

उन्होंने कहा कि इस गांव की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विशेष तौर पर  जोड़ा जाएगा इसके शिल्पकारों, किसानों  पर्यटकों को अपनी कला दिखाने का मौका मिलेगा। पर्यटक यहां स्थानीय लोगों और स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए खानपान का लुफ्त भी उठा सकेंगे।https://www.youtube.com/@tatkalsamachar9077/community  उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अन्य सभी संभावनाओं को तलाशा जाएगा।


उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र भविष्य में हिमाचल के अन्य टूरिज्म क्षेत्रों के अनुरूप विकसित होगा। इस क्षेत्र के लोगों को घर पर ही रोजगार का अवसर मिलेगा। प्रयास है कि बिलासपुर के अधिक से अधिक लोग टूरिज्म गतिविधियों से जुड़ें और जिले में टूरिज्म गतिविधियां बढ़ें। जिला वासियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन गतिविधियों का लाभ मिले और इस क्षेत्र के लोगों की आमदनी में भी इजाफा हो सके।  


बैठक में पर्यटन अधिकारी मनोज कुमार, उपनिदेशक उद्यान विभाग माला शर्मा,  उपनिदेशक कृषि विभाग शशि पाल शर्मा, पीओडीआरडीए यशपाल शर्मा सहित एनटीपीसी के अधिकारी उपस्थित रहे।

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