बाल विकास परियोजना हमीरपुर के सौजन्य से वीरवार को वृत्त हमीरपुर-2 के वार्ड नंबर-9 में पोषण माह के तहत खंड स्तरीय जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी हमीरपुर संजय गर्ग ने की। जबकि, स्थानीय नगर परिषद की पार्षद पुष्पा शर्मा भी विशेष तौर पर उपस्थित रही।
सर्वप्रथम, पोषण अभियान की खंड समन्वयक रीता कुमारी ने लोगों को पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया तथा उन्होंने गर्भावस्था से लेकर बच्चों के 2 साल के होने तक 1000 दिन के सुनहरे दिनों के दौरान बच्चों के खानपान व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने बारे चर्चा की। उन्होंने महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता के अलावा एनीमिया और उसके लक्षण तथा बचाव के बारे में भी चर्चा की।
वृत पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी प्रदीप कुमार चौहान ने विभागीय योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, शगुन योजना, बेटी है अनमोल योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी संजय गर्ग ने मौके पर उपस्थित महिलाओं को बच्चों में अच्छे संस्कार व अच्छे खान-पान और पौष्टिक आहार की आदतें बचपन से ही डालने के लिए प्रेरित किया। https://tatkalsamachar.com/hamirpur-news-board-appealed/ उन्होंने बताया कि कुपोषण को कम करने के लिए हमें अपने आहार की थाली में जंक फूड के बदले अपने पौष्टिक स्थानीय आहार को जगह देनी पड़ेगी तभी हम एक अच्छी भावी पीढ़ी की नींव रख सकते हैं। उन्होंने सभी उपस्थित महिलाओं को पोषण माह के कार्यक्रमों को जन आंदोलन बनाने के लिए उनमें बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटी याहवी ठाकुर का जन्मोत्सव भी मनाया गया और बेटी की माता को बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा बधाई संदेश व उपहार प्रदान किए गए। https://youtu.be/rhU6ccweSkI?si=Kcf3pCM0jMt8svoJ उन्होंने समाज के सभी वर्गों को बेटी-बेटा को एक समान समझने का संदेश भी दिया।
शिविर में पौष्टिक आहार तथा लोकल व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई और उसके माध्यम से उपस्थित लोगों को उचित पौष्टिक आहार लेने बारे प्रेरित किया गया। इसके अलावा मौके पर स्थानीय कार्यकर्ता कौशल्या, नीला, रजनी, रीना, सुमन और सुदेश ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की रंगोली भी बनाई गई थी। शिविर में लगभग 80 महिलाओं और 20 बच्चों ने भाग लिया।