हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 15 मई से आयुष घर द्वार के प्रथम चरण का शुभारंभ स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री राजीव सैजल द्वारा किया गया था। इसके तहत ऊना जिला में भी 67 व्हाट्सऐप समूहों के द्वारा इस योजना को क्रियान्वित किया गया। प्रथम चरण में होम आसोलेशन में रह रहे 2257 कोरोना मरीजों ने इसका लाभ लिया।
अब 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर आयुष घर-द्वार के द्वितीय चरण में मेगा इवेट आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला आयुर्वेद अधिकारी ऊना डॉ. राजेश शर्मा ने बताया आयुष घर-द्वार कार्यक्रम के तहत ऊना जिला में 107 व्हाट्स ऐप समूह बनाए गए हैं जिसमें सामान्य जनमानस को इससे जोड़ा जा रहा है ताकि वे रोजाना योग के माध्यम से करके अपना स्वास्थ्य उत्तम रखने के साथ-साथ अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सके। उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों को योग करने से शारीरिक व मानसिक तौर पर लाभ मिला है।
उन्होंने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग तथा योग भारती के सहयोग से घर-द्वार पर ही योग करवाया जा रहा है। रोजाना सुबह 7.30 बजे व शाम को 6.30 बजे दिन में दो बार लाइव योग करवाया जा रहा है। हर समूह में आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी, आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट तथा आर्ट ऑफ लिविंग के वालंटियर एडमिन के तौर पर रहते हैं। इसमें रोजाना एक बार आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा विभिन्न रोगों के लिए योग आसन के बारे में भी बताया जा रहा है। इसके अलावा पपरोला आयुर्वेद कॉलेज से विभिन्न बीमारियों की आयुर्वेद चिकित्सा का व्याख्यान भी इस समूहों के माध्यम से किया जा रहा है।
डॉ. राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि ऊना जिला के सभी नागरिकों से अनुरोध है कि घर बैठे ही योग करने व आयुर्वेद पद्धति से इलाज जानने के लिए इन समूहों से जुड़ सकते हैं। ऊना जिला में 75 आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान हैं, आप अपने नजदीकी चिकित्सा संस्थान में जाकर इन समूहों में भाग ले सकते हैं या जिला आयुर्वेद अधिकारी के मोबाइल नंबर 86288-25805 या कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ जी एस देहल के मोबाइल नंबर 94180-05789 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया हिमाचल प्रदेश आयुष विभाग की इस अनुठी पहल का घर बैठे जरूर लाभ उठाएं व पूर्ण स्वस्थ्य रहें। द्वितीय चरण में आयुष-64 औषधी का भी वितरण किया जाएगा। इस चरण में कोविड से ठीक हो चुके मरीजों के शारीरिक व मानसिक संतुलन बनाने पर भी जोर दिया जाएगा। ऊना जिला में ऐसे मरीजों के लिए तीन पोस्ट कोविड पुनर्वास सेंटर बनाए जायेंगे। उनको योग, मैडीटेशन आदि से पूर्ण स्वस्थ्य बनाने के लिए सुविधाएं रहेंगी।
जुलाई के अंत तक बनकर तैयार होगा आश्रेय पुरोधाः राघव शर्मा
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज ग्राम पंचायत चड़तगढ़ में बनाए जा रहे आश्रेय पुरोधा भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि परिसर लगभग 6 कनाल भूमि पर विकसित किया जा रहा है, जहां मुश्किल हालात से गुजर रहे वृद्धजनों को आश्रेय प्रदान किया जाएगा। डीसी ने कहा कि आश्रेय पुरोधा को जुलाई के अंत तक शुरू करना का प्रयास किया जा रहा है।
इसी माह यहां पर आयुर्वेदिक तथा सजावटी पौधे भी लगाए जाएंगे, ताकि परिसर को सुंदर बनाया जा सके। बिजली के लिए अंडरग्राउंड केबल बिछाई जाएगी तथा बुजुर्गों की सहूलियत के लिए 5 शौचालय बनाए जाएंगे। यहां वृद्धजनों के लिए ओपीडी के साथ-साथ फिजियोथेरपी की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आश्रेय पुरोधा को हिमाचल प्रदेश में आदर्श के रूप में लोगों को समर्पित किया जाएगा। आश्रेय पुरोधा के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेश ऐरी ने राघव शर्मा को निर्माण कार्य के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जन सहयोग से यहां पर आधुनिक सुविधाओं से लैस एक भवन का निर्माण किया जा रहा है।
जिलाधीश ऊना ने संस्था को इस भवन के निर्माण के लिए जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया