पुडुचेरी। पुडुचेरी के कृषि मंत्री को बस से सफर करना पड़ा है, इसलिए नहीं कि वो किसी नई बस का उद्घाटन कर रहे थे या फिर कोई सोशल वर्क का काम था। बल्कि इसलिए कि उनकी आधिकारिक कार को पुराने बकाया कि वजह से सरकारी को-ऑपरेटिव पेट्रोल पंप ने डीजल देने से इनकार कर दिया। इसके बाद मंत्री जी ने अपनी जेब से डीजल डलवाने की बजाय या कोई और कार चुनने की बजाय राज्य परिवहन की बस से सफर करना ठीक समझा। मंत्री जी की इस बस यात्रा की तस्वीरें और वीडियो अब वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, पुडुचेरी के कृषि मंत्री आर कमलकन्नन जो कि कराइकल के हैं उन्हों शुक्रवार को अपनी कार से कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेने के लिए कराइकल से पुडुचेरी जाना ता। लेकिन जब उनकी कार लावसपेट में स्थित सरकारी को-ऑपरेटिव पेट्रोल बैंक अमुधासुरभी पर पहुंची तो पिछले बकाया का हवाला देकर डीजल देने से इनकार कर दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि अमुधासुरभी ने तय किया है कि वो 2 जनवरी से किसी भी सरकारी वाहन को डीजल तब तक नहीं देगा जब तक उसका पिछला बकाया नहीं चुका दिया जाता।
अमुधासुरभी के मैनेजिंग डायरेक्टर, ज्योतिराज के अनुसार, सरकारी वाहनों को डीजल बेचने के कुल 2.5 करोड़ रुपए बकाया हैं जिसमें ऑफिस ऑफ काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स के ही इसमें 20 लाख रुपए हो गए हैं। यह पिछले चार महीने का बकाया है। अमुधासुरभी द्वारा चलाई जा रही दूसरी जनरल स्टोर्स का भी बकाया है जो कुल 5.32 करोड़ रुपए है। पिछले 5 महीने से कर्माचारियों की तनख्वाह नहीं चुकाई जा सकती है।
जब मंत्रीजी और उनके स्टाफ ने पेट्रोल बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर व अन्य अधिकारियों से बात करना चाहा तो संपर्क नहीं हो सका क्योंकि सभी ने अपने फोन बंद कर लिए थे। जब कार को डीजल नहीं मिला तो मंत्री जी ने स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस में 12.45 बजे सवार होकर यात्रा की।