कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने वोकेशनल ट्रेनर्ज के साथ हो रहें अन्याय पर गम्भीर चिंता प्रकट करते हुए सरकार से इनके हितों को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के 953 स्कूलों में 1800 से अधिक वोकेशनल ट्रेनर्ज के हितों की पूरी रक्षा की जानी चाहिए।उन्होंने सरकार से इनके लिए कोई स्थाई नीति बनाने को कहा है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि वोकेशनल विषय उपलब्ध करवाने वाली निजी कम्पनियों के कामकाज और ट्रेनर्ज को दी जा रही सुविधाओं पर नज़र रखने की जरूरत है,जिससे इनका शोषण न हो सकें।उन्होंने कहा है कि अगर कोई कंपनी बंद होती है ,या अनुबंध छोड़ कर जाती है तो दूसरी कम्पनी जिसे उनकी जगह अनुबंध मिलता है तो उसे इनके ट्रेनर्ज को अधिमान देते हुए इन ट्रेनर्ज को उनकी सेवाओं का लाभ देने का नियम सरकार को बनाना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि देश प्रदेश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। उन्होंने कहा है कि आज स्कूलों में वोकेशनल विषयों की उपयोगिता बढ़ती जा रही है।स्वम् रोजगार की दिशा में यह एक बहुत बड़ा कदम है।किसी भी कम्पनी के जाने से स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा पर इसका विपरीत असर नही पड़ना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश सरकार को कुछ विभागों में कर्मचारियों व अधिकारियों की सेवानिवृत्ति के बाद बार बार एक्सटेंशन देने पर एतराज जताते हुए कहा है कि सरकार को नए लोगों को राजगार देते हुए सेवानिवृत्ति होने वाले अधिकारियों की जगह सभी को समान रूप से उनकी पदोन्नति का अबसर देना चाहिए।