किन्नौर जिले के ग्याबुंग में आज जिले का 9 वां जनमंच आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य, परिवार कल्याण व आयुर्वेद मंत्री डॉ राजीव सैजल ने की। जनमंच में 59 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमे से 22 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया तथा 37 शिकायतों का विभिन्न विभागाधिकारियों को शीघ्र निपटारा सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए और इस संबंध में रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय को प्रस्तुत करने को भी कहा । जनमंच में राजस्व विभाग से संबंधित 14 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमे से 12 शिकायतों का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित बनाया गया। शिक्षा विभाग से 4, सिचाई एव जन स्वास्थ्य विभाग से 16 , विद्युत विभाग से 6, लोक निर्माण विभाग से 4, खाद्य एवं आपुर्ति विभाग से 2, बी एस एन एल से 2, आयुर्वेद विभाग से 1, पशुपालन विभाग से 2, पंचायती राज विभाग से 3, हिमाचल प्रदेश ऊर्जा निगम से 1, वन विभाग से 1, स्वास्थ्य विभाग से 2, भू संरक्षण विभाग से संबंधित 1 शिकायत प्राप्त हुई।
जनमंच के दौरान राजस्व विभाग द्वारा 20 इंतकाल, 4 हिमाचली प्रमाणपत्र, 4 जनजातिय प्रमाण पत्र, 4 आय प्रमाण पत्र, 1 कृषि, 1 चरित्र प्रमाण पत्र प्रदान किये गए।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दौरान 52 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई ,जिनमे 22 पुरुष व 30 महिलाये शामिल थीं। आयुर्वेदिक विभाग द्वारा 47 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिनमे 33 महिलाएं व 14 पुरुष शामिल थे। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा 3 पात्र व्यक्तियों की वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत की गई। इसके इलावा पशुपालन विभाग द्वारा भी पालतू पशुओं की जांच की गई।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी क्षेत्रो के सामान व सन्तुलित विकास के प्रति वचनबद्ध है तथा जनजातिय व दूरदराज के क्षेत्रों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में किन्नौर जिला में अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिए अनेक योजनाएं व कार्यक्रम आरम्भ किये गए हैं जिनमे से जनमंच एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों की समस्याओं का उनके घर द्वार के निकट तत्काल समाधान सुनिश्चित बनाना है। जिले में अब तक आयोजित 8 जनमंचों में 2250 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमे से 2215 का मोके पर ही निपटारा सुनिश्चित बनाया गया है। जिले के विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को विकसित व सुदृढ़ करने के लिए इस वर्ष 7 करोड़ 69 लाख रुपये स्वीकृत किये गए हैं जबकि आयुर्वेदिक सुविधाओं को सुदृढ करने के लिए 2 करोड़ 6 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई ही। जिले में हिमकेयर योजना के तहत 8841 स्वास्थ्य कार्ड बनाये गये हैं जिनमे से 173 लाभार्थियों को 5 लाख 83 हजार रुपए का स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया है।
जिले में 10 हजार 718 स्वाथ्य कार्ड आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनाये गए हैं तथा इस योजना से 141 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में सहारा योजना के अंतर्गत 59 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि 2000 रुपये से बढ़ाकर 3 हजार की गई है। उन्होंने लोगो से कोरोना महामारी से बचाव के लिए 2 गज की आवश्यक दूरी, मुंह और नाक को कपडे या मास्क से ढकने, तथा बार बार साबुन से हाथ धोने का आग्रह किया। उन्होंने जिला प्रशासन की कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदमो के लिए सराहना की।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की और से डॉक्टर राजीव सैजल ने गृहणी सुविधा योजना के तहत 8 पात्र व्यक्तियों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन, महिला एवं बाल विकास विभाग की और से बेटी है अनमोल योजना के तहत 5 बेटीयों को 10 हजार रुपये प्रति बेटी के हिसाब से फिक्सड डिपाजिट सर्टिफिकेट व एक बुटा बेटी के नाम कार्यक्रम के तहत 3 अभिभावकों को एक एक पौधा, गिफ्ट हैंपर व प्रमाण पत्र प्रदान किये।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, भाजपा के जिला अध्यक्ष संजीव हारा, जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमति टाशी यंगजेन, पूह भाजपा मण्डल अध्यक्ष सुभाष नेगी, उपायुक्त हेमराज बैरवा पुलिस अधीक्षक एस आर राणा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पूह अश्वनी कुमार, सहायक आयुक्त मुनीश शर्मा, परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती नेगी ठाकुर, विभिन्न विभागाध्यक्ष व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।