जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकारण ऊना द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, 14 वीं बटालियन, जसूर के सहयोग से माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में “बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा एवं खोज और बचाव तकनीक“ पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।यह जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त, ऊना महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य मंदिर दर्शन के दौरान बढ़ी भीड़ की स्थिति में मंदिर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ स्वयंसेवियों को ट्रेनिंग देना है ताकि अधिक भीड़ के दौरान किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में यदि कोई आपात चिकित्सा की स्थिति बनती है तो प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने में सक्षम हो। प्रशिक्षण शिविर में लगभग 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन प्रतिभागियों में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर प्रशासन, पुलिस विभाग, गृह रक्षक 12वीं बटालियन के जवानों ने प्राथमिक चिकित्सा एवं खोज और बचाव तकनीक के गुर सीखे। महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि विश्व विख्यात शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर में 22 से 30 मार्च तक चैत्र नवरात्र मेले के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गयी ताकि इस धार्मिक स्थल में आयोजित होने वाले मेलों के दौरान स्थानीय स्तर पर भीड़ की स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा एवं बचाव के कार्य कर सके।
इस अवसर पर डीडीएम ऊना के ट्रेनिंग एंड कैपेसिटी बिल्डिंग कोऑर्डिनेटर सुमन चहल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, 14 वीं बटालियन, जसूर से टीम कमांडर इंस्पेक्टर शेखर चैहान, चिंतपूर्णी मंदिर अधिकारी बलवंत पटयाल व असिस्टेंट कंट्रोलर फाइनेंस शम्मी राज सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
One day first aid and search and rescue techniques training camp organized at Mata Shri Chintpurni Temple