हिमाचल प्रदेष में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिष के कारण बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है अभी तक आंकडों के मुताविक सबसे ज्यादा लगभग 432 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन के विषेष सचिव के मुताविक बारिष के के कारण लगभग 432 के करीव लोगों की मौते हुई है और 12 के करीव लोग लापता है, कई स्थानों में वादल फटने की घटना हुई है। भूस्खलन से प्रदेष के लगभग सभी जिलों में यातायात पर प्रभाव पडा है लगभग 125 से ज्यादा मार्ग अवरूद्व है।
षिमला जिला में भूस्खलन के कारण 55 के आस-पास मार्ग बंद है। बहुत सारी जगहों में रिहायषी मकान जमीदोज हुए हैं या क्षतिग्रस्त हुए है। उन्होंने कहा कि बारिष का सिलसिला अभी भी जारी है। अनुमान के मुताविक लगभग 1000 करोड से ज्यादा का प्रदेष को आर्थिक नुकसान हुआ है। सेब वहुल क्षेत्र में मार्ग अवरूद्व होने के कारण वागबान अपने सेब को मण्डियों तक नही पहॅुचा पा रहे हैं जिससें सेब के सडने का खतरा उत्पन्न हो गया है। कुल मिलकर अनवरत हो रही बारिष के कारण प्रदेष में जन-जीवन लगभग अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि तुरन्त अधिकारियों की बैठक कर जिलाधिषों एंव राजस्व अधिकारियों को निर्देष देकर नुकसान का आकलन करें। उन्होंने कहा है कि अभी सवसे बडी प्राथमिकता अवरूद्व मार्गों को खुलवाने की है, बंद मार्गों को तुरन्त खुलवाने का प्रबंध युद्व स्तर पर किया जाना चाहिए ताकि यातायात को सुचारू से षुरू किया जा सके।
प्रदेष अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है कि प्रदेष में हुए नुकसान की भरपाई के लिए केन्द्र सरकार से मामला उठाया जाये और केन्द्र सरकार से तुरन्त राहत पैकेज की मांग करें। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर सरकार का भरपुर सहयोग करेगी। प्रदेष में जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाये। जिनके घर जमीदोज हुए है उन लोगों को सरकार तुरन्त राहत प्रदान करें। जिन किसानों की फसल खराव हुई है उन्हें भी सरकार उचित मुआवजा देने का प्रबंध करे।