राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस ने आज यहां बताया कि प्रदेश में फरवरी माह में 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 377 करोड़ वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह किया गया है। वर्तमान वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह में 21 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। विभाग ने फरवरी, 2023 तक 4933 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित किया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह में यह वृद्धि सशक्त प्रवर्तन और करदाता अनुपालन में सुधार के परिणामस्वरूप दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि विभाग के कर अधिकारियों की क्षमता निर्माण के लिए उन्हें निरंतर प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षणों के फलस्वरूप प्रभावी प्रवर्तन गतिविधियां सुनिश्चित हो रही हैं। विभाग द्वारा हाल ही में 450 कर अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है।
श्री यूनुस ने कहा कि विभाग द्वारा वर्तमान वित्त वर्ष में 12 लाख ई-वे बिल सत्यापित किए गए हैं और नियमित आधार पर की गई जांचों में ई-वे बिलों की अवमानना पर 8.18 करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं। विभाग स्वैच्छिक अनुपालन में सुधार तथा हितधारकों के विभिन्न मुद्दों के समयबद्ध निवारण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि रिटर्न फाइलिंग में निरंतर सुधार, रिटर्न की तीव्र छंटनी, जीएसटी ऑडिट को समयबद्ध पूर्ण करने तथा सशक्त सतर्कता पर विभाग द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। https://www.tatkalsamachar.com/shimla-cabinet-decision/ विभाग वर्तमान वित्त वर्ष में सरकार द्वारा निर्धारित 5130 करोड़ रुपये के लक्ष्य से अधिक राजस्व अर्जित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।