Shimla : सेंट्रल एशियन फ्लाईवे में आर्द्रभूमि के संरक्षण और उपयोग पर राज्य स्तरीय हितधारकों की बैठक

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    State level stakeholders meeting on conservation and utilization of wetlands in the Central Asian Flyway

    वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा राज्य स्तरीय हितधारकों की दो दिवसीय परामर्श बैठक आज यहां शिमला में सम्पन्न हुई। यह आयोजन राष्ट्रीय हिमालयी अध्ययन मिशन (एन.एच.एच.एस.) के तहत पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित केंद्रीय एशियाई फ्लाईवे के भीतर प्रवासी पक्षियों के सुरक्षित आवास के लिए तीन हिमालयी राज्यों में पांच ‘आर्द्रभूमि के संरक्षण और उचित उपयोग परियोजना के तहत किया गया।

    इस अवसर पर बार-हेडेड बत्तखों के प्रवास के लिए पोंग बांध के महत्व पर चर्चा करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि पौंग बांध और गोबिंद सागर के लिए एकीकृत प्रबंधन योजना तैयार करना इनके संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।


    बैठक में पौधों की स्थानीय विविधता और उनकी पहचान के लिए तकनीकी डेटाबेस और भारत में पक्षियों के प्रवासन अध्ययन पर जानकारी भी साझा की गई।


    यह बैठक मध्य एशियाई फ्लाईवे में आर्द्रभूमि के प्रभावी संरक्षण और बुद्धिमान उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय तक विभिन्न स्तरों पर नीति और निर्णय लेने का मार्गदर्शन करने वाली रणनीतियां विकसित करने के साथ-साथ सिफारिशों को भी सुनिश्चित करेगी।

    https://www.tatkalsamachar.com/shimla-annual-prize-distribution/ इसका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश राज्य में आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए एक समन्वित और प्रभावी दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए सरकारी एजेंसियों, नागरिक समाज संगठनों, निजी क्षेत्र और स्थानीय समुदायों सहित हितधारकों के बीच साझेदारी और सहयोग को बढ़ावा देना है।


    बैठक में राज्य सरकार के 19 विभागों, क्षेत्रीय ज्ञान संस्थानों, नागरिक समाज संगठनों और समुदाय आधारित संगठनों के लगभग 40 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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