उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग सोलन को निर्देश दिए हैं कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित बनाएं ताकि लक्षित वर्ग इन योजनाओं से समय पर लाभ प्राप्त कर सकें।
कृतिका कुल्हारी आज यहां समेकित बाल विकास परियोजना तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध मंे गठित जिला स्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।
कृतिका कुल्हारी ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सभी लक्षित वर्ग इनसे लाभान्वित भी हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि इन योजनाओं की जानकारी जिला के प्रत्यक परिवार तक पंहुचे ताकि कोई भी पात्र महिला एवं बच्चा इनका लाभ लेने से वंचित न रहे। उन्होंने सुकन्या समृद्धि एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अधिक प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि लड़कियों व महिलाओं के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही विभिन्न विभागीय योजनाओं का समुचित प्रचार करें और इन योजनाओं की जानकारी एवं डाटा समेकित बाल विकास परियोजना तक पंहुचाएं।
बैठक में बताया गया कि पूरक पोषण कार्यक्रम के अन्तर्गत सोलन जिला में 38481 शिशुओं, बच्चों, गर्भवती एवं धातृ महिलाओं को पोषाहार उपलब्ध करवाया जा रहा है। तीन से पांच वर्ष आयुवर्ग के 11747 बच्चे आंगनवाड़ी केन्द्रों में पूर्व पाठशाला शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
बैठक में अवगत करवाया गया कि महत्वाकांक्षी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बीपीएल परिवारों की दो बच्चियों तक के जन्म पर डाकघर अथवा बैंक में 12,000-12,000 रुपए की एफडी करवाई जाती है तथा स्नातक स्तर की शिक्षा तक वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
सोलन जिला में योजना के तहत वर्ष 2020-21 में लगभग 62.51 लाख तथा वर्ष 2021-22 में अभी तक लगभग 69.60 लाख रुपए व्यय किए गए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमन्त्री कन्यादान योजना के पात्र लड़कियों को विवाह अनुदान के रूप में 51,000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है। सोलन जिला में वर्ष 2020-21 में इस योजना के तहत 105 पात्र लड़कियों के विवाह के लिए 49.61 लाख रुपए तथा वर्ष 2021-22 में अभी तक 52 पात्र लड़कियों के विवाह के लिए 26.80 लाख रुपए उपलब्ध करवाए गए।
इस वर्ष अप्रैल माह में आरम्भ की गई महत्वाकांक्षी शगुन योजना के अन्तर्गत पात्र बीपीएल परिवारों की लड़कियों को विवाह अनुदान के रूप में 31,000 रुपए की वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। सोलन जिला में योजना के तहत 66 लाभार्थियों को 20.46 लाख रुपए की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई गई है।
मदर टैरेसा अक्षय मातृ सम्बल योजना के तहत विधवा महिला को दो बच्चों की शिक्षा एवं देखभाल के लिए प्रति वर्ष प्रति बच्चा 6000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। सोलन जिला में वर्ष 2020-21 में 729 पात्र माताओं को 1168 बच्चों की शिक्षा एवं देखभाल के लिए लगभग 55.83 लाख रुपए तथा वर्ष 2021-22 में अभी तक 663 पात्र माताओं को 1021 बच्चों की शिक्षा एवं देखभाल के लिए लगभग 29.80 लाख रुपए प्रदान किए गए।
बैठक में समेकित बाल विकास परियोजना तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा विभिन्न योजनाओं पर सारगर्भित चर्चा की गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र टेगटा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उपमण्डलाधिकारी सोलन अजय यादव, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुक्ता रस्तोगी, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. राजेन्द्र शर्मा, नाबार्ड के प्रबन्धक अशोक चैहान, जिला के सभी सीडीपीओ एवं शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे।