मास्क ना पहनने पर बड़ी कार्रवाई-डेढ़ महीने में 11 लाख का जुर्माना
पुलिस अधीक्षक गुरुदेव शर्मा ने कहा कि जिला के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर कोविड-19 के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय लोगों को तथा बाहरी प्रदेशों से आए सैलानियों को विशेष अभियान के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। वह मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों के साथ आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे।
गुरुदेव शर्मा ने कहा कि गत जून माह में मास्क ना पहनने पर जिला के प्रमुख पर्यटन गंतव्यों में 546 लोगों के चालान कर लगभग साडे़ पांच लाख रुपये कीे राशि वसूल की गई जबकि जुलाई माह के दौरान 12 तारीख तक 557 चालान करके 5.47 लाख रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। उन्होंने कहा कि अनावश्यक जुर्माना करना लक्ष्य नहीं है बल्कि कोरोना का प्रसार ना हो और लोग सुरक्षित रहें इस बात पर गौर करना अधिक महत्वपूर्ण है।
पुलिस पहले सैलानियों तथा स्थानीय लोगों को चेतावनी दे रही है और ना मानने की स्थिति में हीे चालान किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की अनुपालना को लेकर समय-समय पर प्रिंट, इलेक्ट्राॅनिक व सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस नियम 111 तथा 115 के तहत कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने पर 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक का जुर्माना तथा 8 दिनों तक के कारावास का प्रावधान है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला के प्रमुख पर्यटन गंतव्यों में कोविड-19 के नियमों को सुनिश्चित बनाने तथा यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए 250 अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि मनाली तथा आसपास के मुख्य पर्यटन स्थलों में लगभग 200 अतिरिक्त पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
इसी प्रकार, बंजार व तीर्थन घाटी में आधी बटालियन जबकि मणिकरण व कसोल में अतिरिक्त डेढ़ बटालियनें तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि जिला में कानून व व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस दिन रात काम कर रही है और इसके लिए पुलिस अधीक्षक ने आम लोगों के सहयोग की भी बात कही।
गुरुदेव शर्मा ने पंचायती राज संस्थानों, शहरी स्थानीय निकायों, होटल संचालकों, टैक्सी चालकों व पर्यटन व्यवसाय से जुड़े तमाम लोगों से आग्रह किया है कि वह बाहरी प्रदेशों के सैलानियों को नदी नालों के समीप ना जाने के बारे में जागरूक करें। उन्हें बताएं कि पहाड़ों की नदियां और नाले कितने खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों से आए पर्यटक पहाड़ों में बहने वाली नदियों व नालों के बहाव का अंदाजा नहीं लगा पाते और यही कारण है कि वे अति उत्सुकता में अथवा फोटो व सेल्फी लेने के लिए इनके बिल्कुल समीप चले जाते हैं जो कभी-कभी जानलेवा बन जाता है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नदियों के किनारों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि पर्यटन नदी के समीप जाने का परहेज करें। कोविड-19 नियमों की उल्लंघना करने पर जुर्माना अथवा सजा की जानकारी से संबंधित बोर्ड भी प्रमुख स्थलों में स्थापित किए जाएंगे।
गुरुदेव शर्मा ने कहा कि नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या है। जिला नशे की तस्करी व सेवन की दृष्टि से संवेदनशील है। नशे के उत्पादन व सेवन को रोकने के लिए अभियान जारी रहेगा और तस्करी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हमें चिट्टा सहित अन्य नशे की खेप को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है। नशे की तस्करी में सम्मिलित लोगों की संपत्ति की जांच करके उसे जब्त करने का प्रावधान है और इस दिशा में पुलिस तेजी से काम कर रही है। नशा तस्करी से जुड़े पांच बड़े मामलों में आरोपियों की संपत्ति की जांच चल रही है।
पुलिस अधीक्षक ने आम जनमानस से अपील की है कि यातायात के नियमों का पालन करें और साथ ही कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए और सुरक्षित रहने के लिए मास्क पहनें तथा सामाजिक दूरी के नियमों का इमानदारी के साथ पालन करें। बाजारों में या किसी भी स्थान पर अनावश्यक भीड-भाड़ करने से बचें। उन्होंने कहा कि वह जिला में सौहार्दपूर्ण माहौल में कार्य करने में विश्वास रखते हैं लेकिन कानून का उल्लंघन करने का अधिकार किसी भी व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता।