उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीपी) के शीर्षस्थ निगरानी प्राधिकरण की बैठक में भाग लिया।
बैठक में प्रदेश सरकार ने ऊना को अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा (एकेआईसी) परियोजना में शामिल करने का आग्रह किया।
उद्योग मंत्री ने कहा कि ऊना जिला, बद्दी-बरोटीबाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र http://Una District, Baddi-Barotibala-Nalagarh (BBN) Region से सिर्फ 80 किमी की दूरी पर स्थित है तथा यह क्षेत्र प्रदेश के एक अन्य औद्योगिक जिला बनने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि जिला में सुदृढ़ सड़क एवं रेल नेटवर्क उपलब्ध है, जिसके परिणाम स्वरूप राज्य सरकार पहले ही जिले में बल्क ड्रग पार्क और ईवी पार्क प्रस्तावित कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि जिले में राज्य का पहला फूड पार्क और सात औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं। इसके अलावा, जिले में लगभग 2000 एकड़ कुल भूमि के साथ कुछ आगामी औद्योगिक क्षेत्र प्रस्तावित हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऊना को एकेआईसी परियोजना के तहत शामिल करने का अनुरोध किया, जो न केवल ऊना जिले में औद्योगिक विकास को वांछित गति प्रदान करेगा, बल्कि पड़ोसी जिलों को भी आर्थिक प्रोत्साहन देगा, जहां राज्य की लगभग 50 प्रतिशत आबादी निवास करती है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरीडोर विकास निगम सीमित (एनआईसीडीसी) के बीच एक संयुक्त उद्यम स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) प्रतिपादित किया जा रहा है और एनआईसीडीसी द्वारा किराए पर ली गई पेशेवर एजेंसी द्वारा साझा विकासात्मक ढांचे (ट्रंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर) http://Trunking infrastructure shared by professional agency के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि बीबीएन क्षेत्र में मेडिकल डिवाइसेस पार्क (300 एकड़) व डिफेंस पार्क (800 एकड़) जैसी राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं को आधार बनाया गया है।
उद्योग मंत्री ने राज्य की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। https://www.tatkalsamachar.com/government-people-problems/ उन्होंने बीबीएन नोड में किए गए विकास के बारे में जमीनी सर्वेक्षण पूरा करने और बीबीएन क्षेत्र में 1000 एकड़ से अधिक भूमि पार्सल के साथ पांच एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) चिन्हित करने के बारे में भी अवगत कराया।
बैठक में निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति भी शामिल हुए।