केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत कोरोना वायरस से कारगर तरीके से निपट रहा है. उन्होंने बुधवार को कहा कि कोरोना से निपटने में भारत में विकेंद्रीकृत लेकिन एकीकृत तंत्र, सार्वभौमिक, सुलभ, न्यायसंगत और सस्ती स्वास्थ्य सेवा का योगदान रहा है.
हर्ष वर्धन बुधवार को ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत का कोविड के मामलों से निपटने का नजरिया पूर्वनिर्धारित, सक्रिय और श्रेणीबद्ध था
स्वास्थ मंत्री ने भारत में कोरोना से निपटने के लिए उठाए गए तमाम कदमों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना के मामलों से निपटने के लिए जल्द ही स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी, यात्रियों के आइसोलेशन की व्यवस्था की गई, हेल्थ सिस्टम और स्वास्थ्यकर्मियों पर बोझ ने पड़े, इसके लिए कंटेनमेंट जोन बनाए गए. साथ ही लोगों को इसके लिए जागरूक किया गया. अर्थव्यवस्था के स्तर पर भी कई रास्ते खोले गए. .
हर्षवर्धन ने बताया कि जब केंद्र ने निरंतर निगरानी और मूल्यांकन के साथ कोरोना से निपटने के इस आंदोलन को आगे बढ़ाया, तो इस संकट से निपटने के लिए राज्यों से समर्थन मिला और संबंधित राज्य सरकारों ने भी अपने स्वास्थ्य ढांचे को चुस्त किया. राज्य सरकारों ने विभिन्न अनूठी रणनीतियों को अपनाया.
स्वास्थ मंत्री ने कहा कि भारत ने बड़ी आबादी के आकार को ध्यान में रखते हुए कोरोना से निपटने की नीतियों को आकार दिया और उस पर काम किया. उन्होंने यह भी बताया कि इस महामारी से निपटने के लिए कई तकनीकों की भी मदद ली गई. उन्होंने बताया कि हमारे महामारी प्रबंधन प्रयासों में कई तकनीकी नवाचारों का भी लाभ उठाया गया.
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