चीन (China) से तनाव के बीच शुक्रवार (7 अगस्त) को भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के वाइस चीफ हरजीत सिंह अरोड़ा (Harjeet Singh Arora) ने लद्दाख क्षेत्र में वेस्टर्न एयर कमांड के फॉरवर्ड बेस का दौरा किया. वायुसेना के वाइस चीफ ने ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया. उन्हें वायुसेना की तैनाती का ब्योरा दिया गया. हरजीत सिंह अरोड़ा ने एयर वॉरियर्स से अलर्ट पर रहने के साथ हर समय कॉम्बैट ड्यूटी के लिए तैयार रहने को कहा.
बता दें कि भारतीय सेना और वायुसेना लद्दाख, उत्तरी सिक्किम, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ सभी क्षेत्रों में बेहद उच्च स्तरीय परिचालन तत्परता बनाए रखेंगी. साथ ही जब तक चीन के साथ सीमा गतिरोध को लेकर संतोषजनक समाधान सामने नहीं आता, तब तक उच्च स्तरीय सतर्कता बरती जाएगी. सूत्रों ने यह बात कही है. उन्होंने बताया कि थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (General MM Naravane) पहले ही LAC के साथ सीमावर्ती संरचनाओं के संचालन की निगरानी कर रहे सेना के सभी वरिष्ठ कमांडरों को निर्देश दे चुके हैं कि वे बेहद उच्च स्तर की सतर्कता बरतें और चीन के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए आक्रामक रुख अपनाएं.
गतिरोध के मद्देनजर पिछले तीन हफ्ते में आर्मी चीफ ने 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा की देखदेख करने वाले वरिष्ठ कमांडरों के साथ लंबी एवं विस्तृत चर्चाएं की हैं. चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) द्वारा पैंगोंस सो, देप्सांग और गोगरा समेत पूर्वी लद्दाख के कई गतिरोध वाले बिंदुओं से पूरी तरह अपने सैनिक हटाने में आनाकानी करने के मद्देनजर उच्च सतर्कता बरतने के ताजा निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों ने कहा कि भारत ने चीन को पहले ही सूचित किया है कि गतिरोध खत्म करने के लिए पूर्वी लद्दाख के सभी क्षेत्रों में यथास्थिति बहाल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.