हमीरपुर 29 सितंबर आम लोगों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक करने तथा उन्हें बचाव कार्यों का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा होमगाड्र्स के सहयोग से आरंभ किए गए विशेष अभियान के तहत बुधवार को सुजानपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत दाड़ला की पुंग खड्ड में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य पर आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान होमगाड्र्स के प्रशिक्षित दल ने स्थानीय लोगों को आपदा प्रबंधन और बचाव कार्यों का प्रशिक्षण प्रदान किया तथा उनसे रेस्क्यू का अभ्यास भी करवाया। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष देबश्वेता बनिक ने स्वयं मौके पर पहुंच कर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सुजानपुर की एसडीएम शिल्पी बेक्टा, होमगाड्र्स के कमांडेंट सुशील कुमार, स्थानीय पंचायत प्रधान और अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
सुबह करीब 8:30 बजे से आरंभ हुए इस कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों को रिवर क्रॉसिंग, बर्मा ब्रिज क्रॉसिंग, रैपलिंग और रेस्क्यू से संबंधित अन्य गतिविधियों का अभ्यास करवाया गया। इस दौरान होमगाड्र्स के कमांडेंट सुशील कुमार और अन्य प्रशिक्षित महिला एवं पुरुष होमगाड्र्स ने लोगों को आपदा प्रबंधन एवं बचाव कार्यों की बारीकियों से अवगत करवाया।
उपायुक्त ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम लोगों विशेषकर युवाओं को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक एवं प्रशिक्षित करना है, ताकि किसी भी तरह की आपदा के दौरान बचाव कार्यों को सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सकेे तथा आपदा से होने वाले नुक्सान को काफी हद तक कम किया जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा के दौरान रेस्क्यू कार्य करते हुए स्वयं की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण होती है। स्वयं की रक्षा का ध्यान रखते हुए ही हम दूसरों को बचा सकते हैं। इसी के मद्देनजर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान होमगाड्र्स के प्रशिक्षित दल द्वारा लोगों को सुरक्षा उपकरणों और इनके उपयोग के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि भविष्य में जिले की अन्य पंचायतों में भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने जिलावासियों विशेषकर पंचायत जनप्रतिनिधियों और युवाओं से इन कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। उपायुक्त ने कहा कि इससे जिला में पंचायत स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित होगा तथा किसी भी तरह की आपदा के दौरान बचाव कार्यों को सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया जा सकेगा।