राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सेंट बीडस महाविद्यालय शिमला द्वारा प्रकाशित 12 वर्ष पुरानी पत्रिकाओं का नया संस्करण-जर्नल आॅफ रिसर्च द बीड ऐथेनियम आज राजभवन में जारी किया। यह सेंट बीडस शिक्षा समिति शिमला का आॅफिशियल प्रकाशन है।
पत्रिका के सम्पादकीय और सलाहकार बोर्ड के सभी सदस्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि शोध पत्र और पत्रिका के विभिन्न विषय ज्ञानवर्धक होने के साथ सूचना के मुख्य स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि यह विषय पाठकों के साथ-साथ शोधकर्ताओं के लिए भी लाभदायक साबित होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि संपादकीय बोर्ड का प्रयास भविष्य में भी जारी रहेगा। उन्होंने पत्रिका में विद्यार्थियों के लेख भी शामिल करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि इस बहु-विषयक पत्रिका में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के सैद्धांतिक शोध-आधारित योगदान को प्रकाशित किया गया है। इसमें विद्धानों को ज्ञान और विचारों को सांझा करने और भाषाओं, कलाओं, सामाजिक विज्ञान के साथ-साथ लागू किए गए वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भी एक मंच प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर सेंट बीडस महाविद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाचार्य और पत्रिका की प्रधान संपादक सुश्री नंदिनी पठानिया ने पत्रिका के बारे में जानकारी दी और कहा कि जर्नल के सभी शोध लेखों की तीन अलग-अलग निर्णायकों द्वारा समीक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि सभी विषयों के शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं से लेख आमंत्रित किए गए थे।
पत्रिका की प्रबंध संपादक और भौतिकी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. सपना शर्मा ने पत्रिका जारी करने के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पत्रिका के संपादकीय बोर्ड के सदस्य भी उपस्थित थे।