डिजिटल इंडिया की जो तस्वीर आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं यकीनन उसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे और सोचने पर मजबूर हो जाएंगे क्या कोई आज भी ऐसे जीवन बसर करने को मजबूर है……यह तस्वीरें सिरमौर जिला की कोटिधिमान पँचायत के च्युना गांव की है जहां गरीब परिवार की तस्वीरें आपको सोचने पर मजबूर कर देंगी की कोई इस हालात में भी जीने को मजबूर है। यह बैसू राम का परिवार है। इनके घर में आज तक ना तो बिजली पहुंच पाई है और ना ही इनके पास रहने के लिए कोई सुरक्षित मकान है। बिना बिजली के यहां राते सिर्फदीये की रोशनी में गुजरती है। बैसू राम और उसकी पत्नी का कहना है कि कई दशकों से वह इस मकान में रह रहे हैं मकान पुराना हो गया है जो कभी भी दरक सकता है वहीं उन्होंने कहा कि गरीबी के कारण ही दिहाड़ी मजदूरी कर मुश्किल से अपना परिवार पाल रहे हैं। इस छोटे से मकान में डेरू राम के साथ उसकी पत्नी के अलावा चार बेटियाँ और 2 बेटे रहते है जिनका जीवन मुश्किलों भरा है बरसात में बारिश का सारा पानी घर में घुस जाता है……बैसू राम की बेटी का कहना है कि घर में बिजली ना होने के चलते और गरीबी के कारण उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी है वही स्कूल के लिए भी करीब डेढ़ से 2 घंटे का पैदल सफर तय करना पड़ता था इनका कहना है कि इनके दादा ने सड़क बनाने के लिए जमीन भी दान दे दी थी मगर आज तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। किसी के बीमार होने की स्थिति में मरीज को कंधों पर उठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है।