राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए किए गए एहतियाती सुरक्षा उपायों के कारण पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आई है। यह बात स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैज़ल ने कही।
उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापक स्तर पर कोविड-19 मामलों की जांच (टैस्ट) की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 11 से 17 दिसम्बर तक कोविड महामारी के लगभग 50 हजार 369 कोविड सेंपल की जांच की गई, जबकि गत माह 11 से 17 नवम्बर तक एक सप्ताह के दौरान लगभग 23 हजार 231 कोविड सेंपल जांच के लिए लिए गए थे। उन्होंने कहा कि गत नवम्बर माह की तुलना में दिसम्बर माह के दौरान एक सप्ताह में किए गए कोविड टैस्ट में लगभग 116 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्थिति पर पूरी तरह से नजर रख रही है और हिम सुरक्षा अभियान के माध्यम से सक्रिय मामलों का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि महामारी के प्रसार को रोकने व चेन को तोड़ने के लिए रात्रि कफ्र्यू, विवाह व अन्य समारोह मेें लोगों की भागीदारी की संख्या 50 तक निर्धारित करने जैसे कदम उठाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जब तक राज्य में कोविड वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती तब तक राज्य के लोगों को सामाजिक दूरी, स्वच्छता जैसे उपायों का सख्ती से पालन करना होगा, तभी इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों का पालन करें ताकि इस महामारी से निपटा जा सके।
उन्होंने हिम सुरक्षा अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की 44 लाख से अधिक आबादी की कोविड-19, तपेदिक और कुष्ठ रोग की जांच की गई है, जो राज्य की कुल आबादी का लगभग 63 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए गठित विभिन्न टीमों द्वारा की गई स्क्रीनिंग की औसत कोविड-19 के लिए 60163, तपेदिक के लिए 15585 और कुष्ठ रोग के लिए 1381 रही। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े लोगों जैसे दुकानदार, ढाबा मालिक व सब्जी विक्रेता आदि के रेपिड एंटिजन टैस्ट में तेजी लाई जाए, ताकि कोविड महामारी की इस चेन को तोड़ा जा सके।