सामरिक दृष्टि से देश के लिए अति महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग की सुरक्षा का जिम्मा मिलने के साथ ही हिमाचल पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा के लिए कवायद शुरू कर दी है। कानून व्यवस्था और यातायात संभालने में तो हिमाचल पुलिस को कोई दिक्कत नही है, लेकिन आतंकी हमलों को निष्क्रिय करने और जवाबी कार्रवाई के लिए पुलिस जवानों को केंद्रीय सुरक्षा बलों से विशेष ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इसके लिए उन्हें एनएसजी और सीआरपीएफ जैसी एजेंसियों के पैरा कमांडो जैसा दमखम वाला बनाया जाएगा।
इन जवानों को विशेष सुरक्षा बल के रूप में तैयार कर टनल के थानों पर ही तैनात किया जाएगा, ताकि आतंकी हमले की सूरत में तत्काल जवाबी कार्रवाई की जा सके। दरअसल, उद्घाटन के साथ ही चीन के मीडिया ने टनल को उड़ाने जैसी धमकी दे डाली है। पाकिस्तान और चीन से लगती सीमाओं पर रसद से लेकर हथियार और गोला बारूद पहुंचाने के लिए टनल अहम रोल अदा करने वाली है।
जाहिर है ऐसे में देश विरोधी ताकतों की नजर इस टनल पर रहना स्वाभाविक है। ऐसे में इस टनल की सुरक्षा को खासा मजबूत रखना जरूरी है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि कोरोना के साये के चलते टली कैबिनेट बैठक के बावजूद हिमाचल पुलिस ने टनल के दोनों छोर पर मोर्चा संभाल लिया है।
दोनों पोर्टल पर थाने और आधुनिकतम उपकरणों से लैस मल्टीपर्पज पुलिस चेक पोस्ट तैयार होने तक बटालियनों व जिलों के पुलिस जवानों की मदद से ट्रैफिक संचालन संभाला जा रहा है। टनल में वाहनों को न रुकने देने के लिए अंदर भी पुलिस कर्मी तैनात हैं। कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही तेजी से थाने और पुलिस पोस्ट स्थापित कर तय प्लान के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी जाएगी।