बोधगया : गया जिले के बोधगया स्थित कालचक्र मैदान में आध्यात्मिक प्रवचन के दूसरे दिन बौद्ध धर्मगुरु 14वें दलाई लामा ने बांग्लादेश और म्यांमार के शरणार्थियों को मदद करने की अपील की. मालूम हो कि बोधगया पहुंचने पर दलाई लामा से ‘चीनी सरकार’ को संदेश देते हुए कहा था कि ‘हमारे पास सत्य की शक्ति है. चीनी कम्युनिस्टों के पास बंदूक की ताकत है. लंबे समय में, बंदूक की शक्ति की तुलना में सच्चाई की शक्ति बहुत मजबूत है.’ सीएए और एनआरसी के विरोध के बीच बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने शुक्रवार को बांग्लादेश और म्यांमार के शरणार्थियों की मदद करने की अपील की. उन्होंने कहा कि ‘वे लोग दुखी हैं. उनके लिए प्रार्थना करें और दान देकर मदद करें.’ साथ ही उन्होंने कहा कि ‘यूनेस्को उनकी मदद कर रहा है और आज यहां मिले दान के पैसों में से यूनेस्को को भी डोनेट किया जायेगा. अफ्रीका में भी बाढ़ और आग से लोग परेशान और दुखी हैं. उनकी भी मदद करनी चाहिए. यूनेस्को कर रहा है, हमें भी करनी चाहिए.’ प्रवचन देते हुए दलाई लामा ने कहा कि ‘दलाई लामा ने उपासकों को परोपकार करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि दूसरों का भला करके ही आप सुख की प्राप्ति कर सकते हैं. इसके लिए करुणा की उत्पत्ति अपने अंदर पैदा करनी होगी.