कुछ दिन पहले दिखे सूर्यग्रहण के शानदार नज़ारे के बाद अब चंद्रगहण होने जा रहा है, जो भारत से भी देखा जा सकेगा.
ये ग्रहण 10 जनवरी, शुक्रवार भारतीय समयानुसार रात 10 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और लगभग चार घंटों तक जारी रहेगा.
यह 11 जनवरी रात 2 बजकर 42 मिनट पर ख़त्म होगा. इसे भारत के साथ अन्य एशियाई देशों, यूरोप, अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया से देखा जा सकेगा.
इस ग्रहण का शानदार नज़ारा पौने एक बजे के आसपास देखा जा सकेगा, जब चांद का 90 प्रतिशत हिस्सा पृथ्वी की छाया पड़ने के कारण मंद नज़र आएगा.
आज रात होने जा रहा चंद्रग्रहण पीनम्ब्रल यानी उप छाया ग्रहण है. यानी पृथ्वी की मुख्य छाया के बाहर का हिस्सा चांद पर पड़ेगा जिससे उसकी चमक फीकी सी पड़ जाएगी.
2020 में कुल छह ग्रहण होने वाले हैं. इनमें से दो सूर्यग्रहण हैं और चार चंद्रग्रहण होंगे. आज होने वाले चंद्रग्रहण के बाद 5 जून, 5 जुलाई और 30 नवंबर को चंद्रग्रहण देखा जा सकेगा.
इसके अलावा एक सूर्यग्रहण 21 जून होगा और दूसरा 14 दिसंबर को. कुछ हफ़्ते पहले ही, 26 दिसंबर को दुनिया के कई हिस्सों से सूर्यग्रहण का नज़ारा देखने को मिला था.
कब लगता है चंद्रग्रहण?
सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच में इस तरह आ जाती है कि चांद धरती की छाया से छिप जाता है. यह तभी संभव है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपनी कक्षा में एक दूसरे के बिल्कुल सीध में हों.
पूर्णिमा के दिन जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इससे चंद्रमा के छाया वाला भाग अंधकारमय रहता है.
जब हम इस स्थिति में धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग हमें काला दिखाई पड़ता है. इसी वजह से इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है.