हिचकोले खाती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद कमान संभाल ली है। इसी कवायद के तहत उन्होंने सोमवार को देश के शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की।
पहले प्रधानमंत्री उद्योगपतियों से सामान्य तौर पर मिल कर उनसे सलाह-मशविरा करते थे। इस बार बजट से पहले मोदी ने उद्योगपतियों से मिलकर अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन तथा रोजगार सृजन के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया। मुकेश अंबानी, टाटा समूह के संरक्षक रतन टाटा, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील मित्तल, अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी, महिन्द्रा समूह के चेयरमैन आनंद मंिहद्रा और खनन क्षेत्र के दिग्गज उद्योगपति अनिल अग्रवाल इस बैठक में मौजूद थे। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, टीवीएस के चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन, एलएंडटी के प्रमुख एएम नाईक भी उपस्थित थे।
चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितम्बर तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 4.5 फीसद पर आ गई है जो इसका छह साल का निचला स्तर है। प्रधानमंत्री पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कई उद्योगपतियों के साथ बैठकें कर चुके हैं। पूर्व की बैठकों में मोदी ने कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ उदय कोटक, भारतीय स्टेट बैंक के प्रमुख रजनीश कुमार, एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी, आईटी उद्योग के दिग्गज टीवी मोहनदास पई, पूर्व वित्त सचिव हसमुख अधिया, टेक महिन्द्रा के सीईओ सीपी गुरनानी, इंटेल इंडिया के महाप्रबंधक निवृति राय और टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथ के साथ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री अब तक 60 से अधिक उद्यमियों और कारोबारियों के साथ बैठकें कर चुके हैं