शिमला : हिमाचल में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. भाजपा, कांग्रेस सहित आप चुनावी मैदान में कूद गए है. हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों पर नवंबर माह में चुनाव प्रस्तावित हैं. इससे पहले हिमाचल प्रदेश में बड़े नेताओं के कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में सत्ता दल भाजपा ने चुनावी माहौल बनाना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 सितंबर को मंडी में आने वाले हैं. प्रधानमंत्री युवा मोर्चा की रैली में भाग लेंगे. युवा मोर्चा के कार्यक्रम में 40 वर्ष से कम एक लाख के युवा को इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया है
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने बताया कि पीएम के अलावा 17 सितंबर को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सुंदर नगर में होने वाले महिला मोर्चा के कार्यक्रम में आ रही हैं. उसके बाद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के बिलासपुर में एम्स के उद्घाटन व कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के चम्बा में भी पीएम की रेलियाँ आयोजित की जायेगी. हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन हो जाता हैं. ऐसे में कांग्रेस सत्ता में आने का सपना देख रही है तो भाजपा मिशन रिपीट में जुट गई है. आप भी हिमाचल में हाथ पांव मार रही हैं लेकिन प्रदेश के राजनीतिक इतिहास पर नज़र डालें तो यहाँ तीसरे दल का अस्तित्व नही रहा है
हिमाचल में मौजूदा वक़्त में 68 सीटों में से 43 सीट भाजपा के पास है. 22 सदस्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के हैं जबकि एक CPIM व 2 निर्दलीय है. इनमें से दोनों निर्दलीय विधायको का समर्थन सरकार को रहा है जबकि CPIM के एक मात्र विधायक विपक्ष के साथ खड़े रहे है. यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि तीन विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस ने ही बाज़ी मारी थी. जिसमें अर्की, फतेहपुर की अपनी सीटों के अलावा जुब्बल कोटखाई में भाजपा की सीट पर भी कांग्रेस ने जीत हासिल की थी