मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने अगले एक वर्ष में कांगड़ा जिला के डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा को हिमाचल प्रदेश के उत्कृष्ट स्वास्थ्य संस्थानों में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।


 मुख्यमंत्री ने सोमवार देर सायं टांडा चिकित्सा महाविद्यालय के विभागाध्यक्षों और संकाय सदस्यों के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे तक विभिन्न मामलों पर गहन विचार विमर्श किया। उन्होंने स्टाफ की आवश्यकताओं की समीक्षा की और आधुनिक चिकित्सा तकनीकों के बारे में फीडबैक लिया।
उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए 1,730 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, इससे लोगों को प्रदेश के भीतर ही उच्च गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी तथा ईलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।


मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों के साथ संवाद के दौरान कहा कि उन्होंनेे आईजीएमसी शिमला में डॉक्टरों के साथ संवाद किया है। वह चाहते है कि टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में मरीजों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र क्रांतिकारी बदलाव के दौर से गुजर रहा है तथा संवाद के दौरान आए सुझाव भविष्य की नीति नियोजन में सहायक साबित होंगे।


मुख्यमंत्री ने सर्जरी और डायग्नोस्टिक टेस्ट के लिए वेटिंग पीरियड को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में नए विभाग खोले जाएंगे और लोगों की सुविधा के लिए उच्च स्तरीय चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, मरीजों को गुणवत्तापूर्ण औरhttps://tatkalsamachar.com/?p=30854सुगम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, तकनीशियन और अन्य सहायक कर्मियों के पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि जीएनएम सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी तथा टांडा मेडिकल कॉलेज में बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।


श्री सुक्खू ने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्षों के दौरान शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधारों के परिणामस्वरूप हिमाचल एनएएस-2025 सर्वेक्षण में 21वें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंचा है। इसी तरह अब स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सुधार किए जा रहे हैं और आगामी महीनों में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है तथा वर्तमान बजट में पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है।


स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में वर्तमानhttps://tatkalsamachar.com/shimla-news-doctores-debate/↗ सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इस दिशा में चमियाना अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की जा चुकी है तथा टांडा मेडिकल कॉलेज में भी शीघ्र रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की जाएगी।


 हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली ने कहा कि  मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के कार्यकाल के दौरान टांडा मेडिकल कॉलेज में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि पहली बार ओपन हार्ट सर्जरी तथा किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए हैं, जिससे अब मरीजों को प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ रहा है।
मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार की अभिनव पहल के कारण टांडा में जल्द ही रोबोटिक सर्जरी शुरू हो जाएगी, जिससे मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।


 इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक संजय रतन, संजय अवस्थी, आशीष बुटेल, कमलेश ठाकुर, मलेंदर राजन, नीरज नैयर, पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज ठाकुर, प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा, एपीएमसी कांगड़ा के अध्यक्ष निशु मोंगरा, कांग्रेस नेता देवेन्द्र जग्गी, सुरेंद्र मनकोटिया, जीवन ठाकुर और सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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