ऑकलैंड हाउस स्कूल, शिमला ने अपने मिडिल सेक्शन स्पीच डे को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया, जिसमें नन्हे-मुन्ने छात्रों की रचनात्मकता और आत्मविश्वास को दर्शाया गया। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन की प्रोफेसर और छात्र कल्याण की डीन, डॉ. (श्रीमती) ममता मोक्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
समारोह की शुरुआत “दस हज़ार कारण” भजन से हुई, जिसके बाद कई जीवंत प्रस्तुतियाँ हुईं। छात्रों ने अंग्रेजी नाटक “ए लाइट फॉर पैलेस फायर” और हिंदी नाटक “अनोखा इलाज” प्रस्तुत किए, जिनमें सशक्त सामाजिक और नैतिक संदेश थे, जबकि स्कूल के गायक मंडल ने सुरीली प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंजाब, कुमाऊँ और राजस्थान के पारंपरिक लोक नृत्यों के साथ-साथ सुंदर शास्त्रीय प्रस्तुतियों ने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाया। कार्यक्रम में पियानो वादन और वाद्य यंत्रों की टोली भी शामिल थी, जिसने संगीत प्रतिभा को निखारने पर स्कूल के फोकस को दर्शाया।
इस अवसर पर, प्रधानाचार्या श्रीमती स्मारकी सामंतरॉय ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें शैक्षणिक प्रगति, सह-पाठ्यचर्या उपलब्धियों और समग्र शिक्षा प्रदान करने के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. मोक्ता ने कहा कि “जब नेतृत्वकर्ता युवा होते हैं, तो किसी भी संस्थान को नई ऊँचाइयाँ छूने से कोई नहीं रोक सकता।” उन्होंने छात्रों में आत्मविश्वास, जीवंतता और सबसे बढ़कर, दयालुता के मूल्यों को विकसित करने के लिए विद्यालय की प्रशंसा की। भाषण दिवस को विद्यालय की भावना का दर्पण बताते हुए, जहाँ अभिव्यक्ति और सीखना साथ-साथ चलते हैं, उन्होंने छात्रों को भविष्य के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान करने में कर्मचारियों और अभिभावकों के प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और ज़ोरदार तालियों के साथ हुआ, जिसने मध्य खंड के भाषण दिवस को ऑकलैंड हाउस स्कूल में प्रतिभा, परंपरा और टीम वर्क का एक यादगार उत्सव बना दिया।
ऑकलैंड हाउस स्कूल में मिडल सेक्शन स्पीच डे फ़ारेनहाइट से मनाया गया
25 सितंबर: ऑकलैंड हाउस स्कूल, स्पीच डे का इवेंट जोश और सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम के साथ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. (श्रीमती) ममता मोक्ता, प्रोफेसर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड डीन ऑफ टेलीकॉम पैनल, प्रदेश यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश।
उत्सव की शुरुआत भजन “दस हजार कारण” से हुई, इसके बाद छात्रों ने अंग्रेजी नाटक “ए लाइट फॉर पैलेस फायर” और हिंदी नाटक “अनोखा इलाज” प्रस्तुत किया जिसके माध्यम से सामाजिक और नैतिक संदेश दिया गया। स्कूल के कॉयर ने मधुर राव से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। पंजाब, कुमाऊं और राजस्थान की पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुतियों और शास्त्रीय नृत्य की प्राकृतिक विविधता ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को एकजुट किया। इसके अलावा पियानो रीटेल और वाद्य संगीत कार्यक्रम ने छात्रों की संगीत प्रतिभा को चित्रित किया।
इस पर कार्यशाला श्रीमती स्माराकी सांतारॉय ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें अकादमिक प्रगति, सह-पाठ्यक्रम उपलब्धियाँ और समग्र शिक्षा अवसर पर जोर शामिल किया गया।
मुख्य अतिथि डाॅ. ममता मोक्ता ने अपनी गवाही में कहा कि “जब नेतृत्व https://tatkalsamachar.com/solan-news-government-is-committed-to-creating-self-employmen/युवा होता है तो किसी भी संस्था को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया जा सकता है।” उन्होंने विद्यालय के प्रबंधक ने कहा कि यह छात्रों में हथियार, ऊर्जा और सबसे अधिक सहनशीलता वाली दवा जैसे मुद्रा का संचार कर रहा है। स्पीच डे को उन्होंने स्कूल की आत्मा का दर्पण दिखाते हुए कहा कि यहां अभिव्यक्ति और सीखना हाथ से दिखाया गया है। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को स्ट्रक्चर और स्ट्रक्चर के सिद्धांतों की भी सराहना की।
कार्यक्रम का समापन शीर्षक और स्मारक तालियों के साथ हुआ, जिन्होंने मिडल सेक्शन स्पीच डे को ऑकलैंड हाउस स्कूल में प्रतिभा, परंपरा और टीमवर्क का अविस्मरणीय उत्सव बनाया।