मुख्यमंत्री के कमरे के साथ उप-मुख्यमंत्री के लिए कमरे की व्यवस्था न हो सकी तो उप मुख्यमंत्री अन्य मंत्रियों के कमरों के साथ कमरा नंबर 201 में बैठेंगे। शीत सत्र के दौरान इस बार तपोवन स्थित विधानसभा परिसर सहित सदन में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री के साथ उप-मुख्यमंत्री के लिए भी अलग से व्यवस्थाएं करनी पड़ेंगी। विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के कमरे के बाहर नेम प्लेट लगा दी गई है। https://www.tatkalsamachar.com/hp-shimla-acc-company/ सूत्रों की मानें तो उपमुख्यमंत्री के लिए विधानसभा परिसर का कमरा नंबर-201 चिह्नित किया गया है।

मुख्यमंत्री के कमरे के साथ उप-मुख्यमंत्री के लिए कमरे की व्यवस्था न हो सकी तो उप मुख्यमंत्री अन्य मंत्रियों के कमरों के साथ कमरा नंबर 201 में बैठेंगे। हालांकि, अभी यह तय नहीं किया गया है कि उपमुख्यमंत्री शीत सत्र के दौरान कहां बैठेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि उप मुख्यमंत्री के लिए विधानसभा परिसर में कमरा नंबर 201 चिह्नित किया गया है। दूसरी ओर, शीत सत्र के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। परिसर की साफ-सफाई की जा रही है। गेटों, दीवारों और डंगों पर रंग-रोगन किया जा रहा है। परिसर में उगी झाड़ियों की छंटाई की जा रही है। 

शीत सत्र के दौरान उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सदन में किसी अन्य मंत्री के साथ बेंच साझा करेंगे। अभी मंत्रिमंडल का गठन न होने से यह तय नहीं हो पाया है कि वह किस मंत्री के साथ सदन में बेंच साझा करेंगे। दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की चेयर भी इस बार बदल जाएगी। जयराम विपक्ष के खेमे में बैठेंगे। 

शीत सत्र के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। तपोवन परिसर में जो भी बेहतर व्यवस्था की जाएगी, उसे किया जाएगा। परिसर की साफ-सफाई सहित अन्य कार्यों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.  प्रदेश सरकार का अभी मंत्रिमंडल तय नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस के नेता निगम-बोर्डों के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन को लेकर गोटियां फिट करने में लगे हैं। जब से सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, तब से ये नेता सचिवालय में दस्तक दे रहे हैं। इसके अलावा वकील भी हाईकोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ता, उप महाधिवक्ता और सहायक महाधिवक्ता को लेकर सचिवालय के चक्कर काट रहे हैं। 

प्रदेश सरकार ने अभी सचिवालय में तीन नामित लोगों की तैनाती की है। इनमें सुनील शर्मा को मुख्यमंत्री का राजनीतिक सलाहकार बनाया गया है, जबकि गोकुल बुटेल को प्रधान सलाहकार आईटी और नरेश चौहान को प्रधान सलाहकार मीडिया लगाया गया है। तीनों को कैबिनेट स्तर का रैंक दिया गया है। सरकार ने इसके बाद नियुक्तियों की प्रक्रिया रोक दी है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन और शीतकालीन सत्र होने के बाद ही अध्यक्ष उपाध्यक्ष की तैनाती पर विचार किया जाना है। 

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