प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियांे की समीक्षा के लिए गठित जिला अंतर एजेंसी समूह (डीआईएजी) की समीक्षा बैठक आज अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अनुराग चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
अनुराग चन्द्र शर्मा ने कहा कि कहा कि प्राकृतिक आपदा को टाला नहीं जा सकता, लेकिन बेहतर प्रबंधन व पूर्ण तैयारियों से नुकसान को कम किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन को लेकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आपदा के समय सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना है ताकि प्राकृतिक आपदा के समय एकजुट होकर इसका सामना किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा की परिस्थिति में सही समय पर सूचना का सम्प्रेषण आवश्यक होता है और समय पर प्रभावी सूचना उपलब्ध करवाने के लिए सही तंत्र विकसित कर आपदा के प्रभाव को न्यून किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि डीआईएजी द्वारा गत एक वर्ष के दौरान कोेविड-19 के सम्बन्ध में आम लोगों को जागरूक करने के लिए शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेन्सिग नियम के पालन करने का परामर्श दिया गया। लोगों को किसी भी प्रकार की प्राकृतिक प्राकृतिक आपदा के खतरे को न्यून करने के सम्बन्ध में भी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि जिला आपदा से निपटने के लिए तैयारियों एवं प्रतिक्रिया के लिए खंड स्तर पर स्वयंसेवी युवाओं के कार्यबल गठित कर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा तैयारी एवं कार्यवाही के लिए युवा स्वयंसेवियों का कार्यबल तैयार किए गए हैं।
इस अवसर पर समादेशक गृह रक्षा डाॅ. शिव कुमार शर्मा, शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रिगेडियर नीरज पराशर, स्वयंसेवी संस्था शिक्षा क्रान्ति के सत्यन, अर्थजस्ट संस्था के अभिषेक तनेजा, गणपति एजुकेशन सोसायटी के सौरभ शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।