कांग्रेस में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच कांगड़ा और मंडी के चार दिग्गज नेताओं ने धर्मशाला में एकजुट होकर भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार पर घेरा है। पूर्व मंत्री जीएस बाली, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर, पूर्व सांसद विप्लव ठाकुर और पूर्व मंत्री चंद्र कुमार ने पत्रकार वार्ता में सीएम जयराम को खुली बहस की चुनौती दी। साथ ही सरकार को सत्ता से हटाने का बिगुल बजाया।
उधर, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के एक साथ आने से पार्टी में भी नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। बता दें कि मंडी में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के कार्यक्रम में बड़े स्तर पर गुटबाजी सामने आ चुकी है। इसमें मंच पर कौल सिंह की कुर्सी पिछली पंक्ति में लगाने पर भी उनके समर्थकों में नाराजगी है। बाली की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कोरोना संकटकाल में स्वास्थ्य विभाग में बड़ा घोटाला हुआ है। सरकार ने सस्ता सामान महंगे दामों पर खरीदा।
धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के नाम पर करोड़ों रुपये बहाए, लेकिन नतीजा शून्य रहा। सरकार फेल हो चुकी है। राजस्व घाटा बहुत बढ़ गया है। कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे नहीं हैं। प्रदेश पर 60 हजार करोड़ से ज्यादा कर्ज हो चुका है। लोन लेकर सरकार काम चलाने की कोशिश कर रही है। रोजगार मिलना बंद हो गया है। प्रदेश को उसका ही सीमेंट पंजाब से महंगा मिल रहा है। कांगड़ा जिले को जयराम ठाकुर अनदेखा कर रहे हैं। 69 हाईवे की घोषणा करके सरकार ने जनता को ठगा है।
कांग्रेस देगी दो लाख नौकरियां
प्रेस वार्ता में दावा किया कि कांग्रेस एकजुट है। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता में आई तो बेरोजगार युवाओं को 2 लाख नौकरियां दी जाएंगी। कौल सिंह ने कहा कि राज्यसभा में लोकतंत्र की हत्या करके किसान विरोधी बिल लाए। अटल टनल के उद्घाटन में कांग्रेस के योगदान का जिक्र न करना निंदनीय है। इस सुरंग की नींव सोनिया गांधी ने रखी थी। चंद्र कुमार ने कहा कि डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है। विप्लव ठाकुर ने कहा कि भाजपा राज में देश का विकास रुक गया है।