कोरोना के चलते कई सारी पाबंदियों के बीच Christmas मनाया जा रहा है हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों की रानी शिमला में क्रिसमस हमेशा बेहद ही खास रहता है, लेकिन इस बार नाइट कर्फ्यू के चलते रात को 12 बजे होने वाली विशेष पार्थना से लेकर अन्य कार्यक्रमों को स्थगित किया गया है. दिन में होने वाले कार्यक्रमों भी कटौती की गई है, लेकिन उत्साह की कोई कमी नहीं है. पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ रही है. रिज मैदान पर स्थित क्राइस्ट चर्च को बेहद खुबसूरत तरीके से सजाया गया है. बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है.चर्च के इंचार्ज सोहन लाल ने बताया कि इस बार क्रिसमस केक नहीं कटेगा, सुबह साढ़े 9 बजे और 11 बजे प्रार्थना आयोजित की जाएगी. दिन में आयोजित होने वाला लंच भी इस बार नहीं होगा, जरूरतमंद लोगों को राशन और तोहफे दिए जाएंगे. बाहरी लोगों के लिए चर्च को पूरी तरह से बंद किया गया है, प्रार्थना के दौरान केवल सदस्यों को ही सीमित संख्या में अनुमति दी जाएगी. बिना मास्क के किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ अन्य सभी नियमों की पालना की जाएगी. इससे पहले राजधानी में एक महीना पहले से ही क्रिसमस की तैयारियां शुरू हो जाती थी. लोगों के घर-घर तक कैरल सर्विस जाती थी, मिडनाइट सर्विस होती थी, लेकिन इस बार ये सब नहीं हो पाया.
क्रिसमस के चलते पर्यटकों की खासी भीड़ रहती थी लेकिन इस बार संख्या काफी कम है. हालांकि, शिमला के अधिकतर होटलों में क्रिसमस और न्यू इयर के लिए काफी एडवांस बुकिग कर ली गई है. नाइट कर्फ्यू के कारण इस बार क्रिसमस और नववर्ष पर डीजे पार्टी पर रोक लगी है.