डॉ. अमित कुमार शर्मा ने आज जिला के रिकांग पिओ स्थित फल संतति एवं प्रदर्शन उद्यान केंद्र बोक्टू का निरीक्षण किया तथा उद्यान केंद्र में तैयार की जा रही फलों की उन्नत किस्म के पौधों का जायजा लिया। उन्होंने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वह अनुसंधान को लोगों के खेतों तक पहुंचाने की पहल करें।


इस दौरान उन्होंने उद्यान केंद्र बोक्टू के अंतर्गत आने वाली लगभग 60 बीघा जमीन में हो रहे भू-धसाव का भी निरीक्षण किया तथा इसके लिए एहतियाती कदम उठाने बारे अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई।


उन्होंने कहा कि उद्यान केंद्र का तभी फायदा है यदि वह किसानों व बागवानों के खेतों व बागीचों तक पहुंचे। उन्होंने वैज्ञानिकों से सेब व अन्य फल/पौधों की नई किस्मों के बारे में बागवानों को जागरूक करने का भी आग्रह किया ताकि बागवान परम्परागत फलों की किस्मों के स्थान पर नई किस्में उगाकर फलों का और अधिक उत्पादन कर अपनी आय को बढ़ा सके। https://tatkalsamachar.com/shimla-news-jairam-thakur-2/ उन्होंने फसल विविधिकरण पर भी जोर दिया तथा कहा कि इससे बागवानों की आर्थिकी सुदृढ़ होने में सहायता मिलेगी।


उपायुक्त ने जिले में फल आधारित प्रसंस्करण औद्योगिक इकाई लगाने की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला की जलवायु सेब, नाशपति सहित स्टोन फ्रूट उगाने के लिए उपयुक्त है। ऐसे में बागवानों को बागवानी की नवीनतम तकनीक व उन्नत किस्मों को उगाने के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि कम भूमि में भी किसान अधिक से अधिक उत्पादन कर अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर सकें। https://youtu.be/5bev4XYbG38?si=GzYqN_6zPk2OugzH उन्होंने बताया कि बागवानी विभाग द्वारा लगाए जाने वाले विभिन्न जागरूकता शिविरों में लोगों को नवीनतम किस्मों के पौधों व तकनीकों से अवगत करवाया जाए।
इस अवसर पर उपनिदेशक बागवानी डॉ. भूपेन्द्र सिंह नेगी ने उपायुक्त को उद्यान केंद्र बोक्टू में तैयार की जा रही फलों की नवीनतम किस्मों से अवगत करवाया।


इस अवसर पर उद्यान विभाग के वैज्ञानिकों सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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