र परिवार को स्वस्थ एवं सशक्त बनाने में पुरुषों, विशेषकर युवा पिता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, परंतु उनकी इस भूमिका को प्रायः नजरअंदाज किया जाता रहा है। आहार एवं परिवार विशेषज्ञ भी यह मानते हैं कि पोषण और देखभाल में अपनी भूमिका को समझकर पुरुष अपने परिवार को स्वस्थ और सशक्त बनाकर स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। पोषण माह के उपलक्ष्य पर जिला हमीरपुर की दूरवर्ती ग्राम पंचायत खनौली में शुक्रवार को ‘पोषण में पुरुषों की भूमिका’ विषय पर आयोजित जागरुकता शिविर में स्थानीय समुदाय को संबोधित करते हुए टौणी देवी के सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पोषण एवं बाल देखभाल समाज का संयुक्त उत्तरदायित्व है। परिवार समाज की एक महत्वपूर्ण इकाई है। अतः पोषण एवं देखभाल में परिवार, विशेषकर युवा पिताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। हमारे परिवारों में खाद्य उत्पादन, भोजन की खरीद, प्रबंधन, वितरण और उपयोग में महत्वपूर्ण निर्णय पुरुष ही लेते हैं। इस विषय पर निर्णय लेते समय उन्हें परिवार के अधिकतम पोषण, स्वास्थ्य और स्थानीयता को बढ़ावा देना चाहिए और जंक फूड के प्रचलन को हतोत्साहित करना चाहिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की डॉक्टर अंतरिक्षा ने महिला स्वास्थ्य पर बल देते हुए लोगों से पोषण माह के दौरान अपनी स्वास्थ्य जांच आवश्यक रूप से कराने का आह्वान किया। वृत्त पर्यवेक्षक किरण कुमारीhttps://tatkalsamachar.com/una-news-focus-on-equality/ ने महिलाओं को पारिवारिक स्वास्थ्य की धुरी बताते हुए उन्हें अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की सलाह दी। कार्यक्रम में स्थानीय पंचायत के प्रधान, उपप्रधान और पंचायत सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर कक्कड़ सर्कल की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई, जिसमें लगभग 50 किस्म के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया।