बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अगली सरकार भी एनडीए की ही होगी लेकिन मुख्यमंत्री का फ़ैसला एनडीए की बैठक में होगा. उधर नेता प्रतिपक्ष और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह चुनाव बदलाव के लिए था और अगर नीतीश कुमार में ज़रा भी नैतिकता बची है तो जनता के फ़ैसले को देखते हुए उन्हें कुर्सी से हट जाना चाहिए.
बिहार चुनाव के नतीजों की घोषणा तो मंगलवार देर रात ही हो गई थी, लेकिन नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने बुधवार को पूरी तरह ख़ामोशी अख़्तियार कर रखी थी और दोनों ही मीडिया के सामने गुरुवार को आए.
गुरुवार सुबह तेजस्वी यादव ने अपने निवास पर (जो कि आधिकारिक रूप से पूर्व मुख्यमंत्री और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी का निवास है) पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नव-निर्वाचित विधायकों से मुलाक़ात की जहां उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया, फिर उसके बाद उन्होंने महागठबंधन के नेताओं से मुलाक़ात की. मुलाक़ातों का दौर ख़त्म होने के बाद गुरुवार दोपहर वो मीडिया से बात करने के लिए बाहर आए. महागठबंधन के घटक कांग्रेस और वाम दलों के नेता भी प्रेसवार्ता में मौजूद रहे.
तेजस्वी ने कहा कि जनता ने फ़ैसला महागठबंधन के पक्ष में दिया है और चुनाव आयोग ने नतीजा, एनडीए के पक्ष में सुनाया है.