हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में शनिवार से दो दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं की शुरुआत हुई। विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित कबड्डी, वालीबाल, बैडमिंटन, चेस, लूडो, कैरम बोर्ड, बॉक्सिंग जैसी मुख्य खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. आर. एल. शर्मा, प्रतिकूलाधिपति प्रो. डॉ. रमेश चौहान, विश्वविद्यालय के सलाहकार इंजीनियर सुमन विक्रांत, डीन एकेडमिक्स प्रो. डॉ. आनंदमोहन शर्मा, डीन फैकल्टी डॉ. अश्वनी शर्मा और डीन स्टूडेंट वेल्फेयर डॉ. नीलम शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि किया। इन खेलकूद प्रतियोगिताओं का संचालन विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स व एनएसएस प्रोग्राम अधिकारी डॉ. प्यार सिंह और उनकी टीम की अगुवाई में किया गया। मुख्य खेल प्रतियोगिताओं का संचालन कबड्डी और वालीबाल में प्रो. डॉ. अंकित ठाकुर, प्राध्यापक सौरभ सैनी ने बतौर रैफरी किया और डॉ. मनिंदर कौर और प्राध्यापक राजेश कुमार ने बतौर स्कोरर भूमिका निभाई। इस अवसर पर मुख्य अतिथियों, खिलाड़ियों, छात्र छात्राओं, शिक्षकों और जसूर कांगड़ा जिला से एनडीआरफ यूनिट के जवानों ने मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथियों ने छात्र-छात्राओं और प्रतिभागी खिलाडियों को शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रहने तथा खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने की शपथ दिलाई। इसी क्रम में ‘एक घंटा खेल के मैदान में’ थीम के तहत विश्वविद्यालय में रोजाना कोई ने कोई स्पोर्ट्स का शुभारंभ भी किया ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साथ अपनी शारीरिक और मानसिक फिटनेस पर भी ध्यान दें। इन खेल प्रतियोगिताओं में लगभग एक सौ पचास एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं, एनडीआरफ के जवानों, स्थानीय युवाओं और स्कूली छात्रों ने कबड्डी, वालीबाल, बैडमिंटन, कैरम बोर्ड, चेस, लूडो, बॉक्सिंग खेलों में बढ़चढकर भाग लिया। इन खेलकूद प्रतियोगियों में कबड्डी और वालीबाल मैच मुख्य आकर्षण रहा और दर्शकों ने खिलाडियों के बेहतर प्रदर्शन की खूब सराहना की, जबकि एनडीआरफ की ओर से इंस्पेक्टर अजय यादव, सब इंस्पेक्टर हरदीप सिंह, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार, हवालदार गुरमीत सिंह, हवालदार रिंकू व अन्य जवानों की मौजूदगी में एनडीआरफ के जवानों ने वालीबाल मैच में बेहतर प्रदर्शन कर प्रथम स्थान बनाया। दोनों ही कबड्डी और वालीबाल मैच में खिलाडियों खूब पसीना बहा और दर्शकों के का खूब मनोरंजन भी किया।

मैच इसलिए भी रोमांचक रहा कि स्कूल और विश्वविद्यालय के छात्रों ने बड़ी कबड्डी टीम को हराने में खूब दमखम दिखा कर बड़े अंतर से हरा दिया, जबकि एनडीआरफ टीम के खिलाडियों ने वालीबाल मैच को तो एक तरफ ही कर जीत अपने नाम कर दी। एनडीआरफ टीम से विद्यार्थियों को खेल भावना, नेतृत्व और अनुशासन की सीख मिली कि आपके अंदर किसी भी काम में सफल होने के लिए हौंसला और ईमानदारी बहुत मायने रखती है। महिला वर्ग वालीबाल में फियरलेस फाइटर्स टीम की खिलाड़ी शिवानी, जाह्नवी, पायल, समीक्षा और मुस्कान के नेतृत्व में प्रथम स्थान हासिल किया।

वहीं कबड्डी पुरुष वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ब्योलिया की यंग ब्लड टीम (प्रथम स्थान) ने सोलो ब्रदर्स टीम (द्वितीय स्थान) को हराकर प्रथम स्थान बनाया, जबकि कबड्डी महिला वर्ग में फियरलेस फाइटर्स ने पहला स्थान बरकरार रखा। पुरुष वर्ग में टेबल टेनिस में रोहित सूर्यवंशी प्रथम, राहुल डोगरा द्वितीय, पुरुष वर्ग चेस में रितेश प्रथम व गौरव प्रथम, चेस महिला वर्ग में समीक्षा प्रथम व प्रतिभा द्वितीय, पुरुष वर्ग कैरम में जाकिन मुंडा प्रथम व आयुष द्वितीय, महिला वर्ग कैरम में पलक प्रथम व मेहक द्वितीय, लूडो में सुरभि प्रथम और समीक्षा द्वितीय स्थान पर रहीं।

कुलसचिव डॉ. आर.एल. शर्मा ने खेल भावना को जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि खेल शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ टीम भावना और अनुशासन को भी मजबूत करते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि नशाखोरी से युवाओं को दूर रखने के लिए खेलकूद ही एकमात्र विकल्प है और इसलिए खेल संस्कृति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। खेल प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे खिलाडियों को मुख्य अतिथियों ने प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

Share:

editor

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *