कोरोना के दौरान न केवल उपभोक्ताओं को राहत देने, बल्कि अपनी आर्थिक स्थिति को दुरुस्त रखने के लिए राज्य बिजली बोर्ड ने नई योजना बनाई है। इसके तहत उपभोक्ताओं को ट्रस्ट आधारित बिलिंग की सुविधा देनी शुरू कर दी गई है। बिजली बोर्ड के अध्यक्ष और सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा राम सुभग सिंह ने उपभोक्ताओं से आह्वान किया है कि वे इस सुविधा का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के घरेलू व वाणिज्यिक उपभोक्ता, जिनका विद्युत भार (लोड) 20 किलोवाट से कम है, इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस सुविधा के अनुसार उपभोक्ता अपने मीटर की रीडिंग देख कर उसे विद्युत बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज कर अपना विद्युत बिल पा सकता है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा) राम सुभग सिंह ने कहा कि उपभोक्ता अपना बिजली बिल खुद तैयार कर सकेंगे। बता दें कि कोरोना के कारण बिजली बोर्ड के कर्मचारी फिलहाल घर-घर जाकर बिलिंग नहीं कर सकते हैं।

जो छोटे उपभोक्ता हैं, उनको यह सुविधा दी जा रही है कि वे खुद बिल जनरेट करें। महामारी के चलते लगे कफ्यू में बोर्ड के कर्मचारियों को कहीं नहीं भेजा जा सकता, मगर बोर्ड की अर्थव्यवस्था भी चलाई जानी है। बिजली बोर्ड को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, बाद में लोगों को कई महीनों का एक बिल एक साथ देना पड़ेगा, जिससे उनकी जेब पर खासा बोझ भी पड़ेगा। राम सुभग ने कहा कि बोर्ड कोविड-19 के इस कठिन समय में अपने उपभोक्ताओं को  संपर्क रहित सुविधाओं को बढ़ावा  दे रही है। उपभोक्ता, जिनके बिल इस महीने के दौरान बन चुके हैं, वह इस सुविधा के अंतर्गत इस माह अपना विद्युत बिल ट्रस्ट आधारित बिलिंग  प्रक्रिया से नहीं बना पाएंगे, वे इस सुविधा का उपयोग अगले माह कर सकते हैं। कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर कर्फ्यू लगाया गया है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए आवाजाही पर रोक है। आवाजाही के लिए हर जिला में निधार्रित समय अवधि है, लेकिन बोर्ड की उक्त सुविधा बिजली उपभोक्ताओं के लिए लाभदायक साबित होगी।

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