आशीष ठाकुर:सेना में समय से पूर्व सेवनिवृत्ति लेने वाले अफ़सरों व सैनिकों की पेन्शन में कटौती और अन्य अफ़सरों की सेवनिवृत्ति उम्र बढ़ाने के डी॰एम॰ए॰(department of military affairs) के प्रस्ताव से सेना से जुड़े हर एक फ़ौजी का मनोबल गिरेगा।डी॰एम॰ए॰ ने ये प्रस्ताव सरकार की मंज़ूरी के लिए भेजा है। इस प्रस्ताव के अनुसार कर्नल और उससे ऊपर के रैंक के अधिकारियों की सेवनिवृत्ति उम्र बढ़ाने का ज़िक्र है।इस प्रस्ताव के अनुसार अब कोई सैनिक बीच में ही नौकरी छोड देता है तो उसे पूरी पेन्शन नहीं मिलेगी। 35 वर्ष पूरी नौकरी करने के पश्चात पूरी पेन्शन मिलेगी।आशीष ठाकुर ने कहा कि वे स्वय फ़ौजी के दोते है और फ़ौजी के ही पोते हैं।मेरे दादा व नाना ने फ़ौज में सेवाएँ दी है इसलिए पे इस प्रस्ताव के कारण एक फ़ौजी के दिल का मर्ज़ समझ सकते है।उन्होंने कहा ये प्रस्ताव सैनिकों के हित्तो की रक्षा नहीं कर सकता इसपे सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।इस प्रकार के सरकार के निर्णय नौजवान के सेना में भर्ती होने के सपनो को तोड़ सकता है।आज ज़रूरत है हर एक फ़ौजी को एकजुट होने की ताकि ऐसी तुग़लकी फ़रमानो का सामना किया जा सके।