उल्लेखनीय है कि ग्राम बाशा में युवा मंडल का चयन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता पूर्व प्रधान श्री चमन लाल जी ने की थी, जिसमें निम्न पदाधिकारियों का चयन इस प्रकार किया गया
जिसमें पवन कुमार को प्रधान ग्राम बाशा , अंशुल ठाकुर को उप प्रधान ग्राम बाशा , दीपक कुमार को सचिव ग्राम बाशा , दीपक शाण्डिल को प्रेस सचिव ग्राम बाशा ,अंकुश कश्यप को सह सचिव ग्राम बाशा , भूपेन्द्र कुमार को कोषाध्यक्ष ग्राम बाशा , प्रमोद कुमार को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया.
इस युवा मंडली में ग्राम बाशा के लगभग 30 युवकों ने भाग लिया, जिसमें कैथलीघाट से कलहोग (साधुपुल) तक लगभग 12 वर्षों से अवरुद्ध सड़क को बहाल करने पर चर्चा हुई. गौर तलब है की दो परिवारों ने इस सड़क का जीर्णोद्धार रोक दिया है, जिससे मरीजों को अस्पताल ले जाना मुश्किल हो गया है.
गौर तलब है की आम जनता के लिए पैदल मार्ग भी तोड़े जा रहे हैं, इसका जायजा मौके पर लिया जा सकता है। खैर, आम लोगों के रास्ते में संपत्ति के अधिकार को कैसे व्यक्त किया जा रहा है, इससे पता चलता है कि एनएच-5 से करीब 6 किमी दूर स्थित गांव बाशा आज भी पिछड़े वर्ग की तरह जी रहा है. करता रहा है। इस बोर्ड का गठन सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए किया गया है ताकि सरकार जल्द से जल्द किसी नतीजे पर पहुंच सके.!