उद्यान विभाग बिलासपुर द्वारा प्रदेश के पूर्ण राजत्व दिवस के स्वर्ण जयंती वर्ष तथा आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के उपलक्ष्य में एक दिवसीय जिला स्तरीय उद्यान प्रर्दशनी एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने की।
इस अवसर पर सुभाष ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारा प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है और 70 प्रतिशत लोग गांवों में रहते है और अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार किसानों की आय दौगुनी करने के लिए प्रयासरत है और इसी कड़ी में अनेक प्रकार की योजनाएं किसानों के हित में चलाई जा रही है जिनका किसानों को लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि कृषि, बागवानी करना एक मेहनत और चुनौतीपूर्ण कार्य है। लोग कृषि, बागवानी, पुष्प उत्पादन आदि कार्यों से अपनी आजीविका अर्जित कर रहे है। किसान अपनी मेहनत से अपने खेतों में जब लहलहाती हुई फसलों देखता है तो उसे बहुत प्रस्तन्नता होती है।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे बदलते परिवेश में कृषि व बागवानी में आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर आमदनी में बढ़ौतरी करें साथ में फसलों व फलों के उचित दाम प्राप्त करने के लिए उसकी गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि किसानों व बागवानों की दिक्कतों को दूर करने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कार्यक्रम में लगी प्रदर्शनी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जिला में कृषि और बागवानी की अपार सम्भावनाएं है। उन्होंने किसानों व बागवानों से आग्रह किया कि कोई एक फसल या फल जो बिलासपुर में जिला के वातावरण को देखकर उगाई जा सके, की सम्भावनाओं को तलाशें ताकि जिला को इस क्षेत्र में आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इस कार्य के लिए जिला के किसानों का हर सम्भव सहयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में बागवानी के सर्वागींण विकास तथा ग्रामीण युवाओं को बागवानी के क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश के सात जिलों में एचपी शिवा परियोजना आरम्भ की गई है जिसके अंतर्गत चयनित भूमि पर अच्छी किस्म के फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पुष्प उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए परवाणू में पुष्प मण्डी खोली जा रही ताकि जिला में पुष्प उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व उप निदेशक बागवानी डाॅ. माला शर्मा मुख्यातिथि का स्वागत किया और किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की।
शिविर में बागवानी विभाग की उद्यान विकास अधिकारी (मधुमक्खी पालन) पूजा शर्मा ने बागवानों और किसानों को मधुमक्खी पालन से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी प्रदान की।
शिविर के दौरान हिमाचल खुम्ब विकास योजना, ओला अवरोधक योजना, बागवानी विकास योजना, टपक सिंचाई, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना, राज्य कृषि यात्रिकरण, खेतीहर मजदूर जीवन संरक्षण योजना पर भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष हंस राज, जिला महामंत्री आशीष ढिल्लो, नगर परिषद अध्यक्ष कमलेन्द्र, उप निदेशक बागवानी डाॅ. माला शर्मा, उप निदेशक कृषि डाॅ. प्राची, डाॅ. रंजना गुप्ता, पूर्व प्रधान प्यारे लाल चैधरी, पूर्व बीडीसी एवं महामंत्री सदस्य पवन, बंदला पंचायत प्रधान सतीश, बामटा पंचायत प्रधान बिक्रम, बामटा बीडीसी सदस्य सुमन, अतुल राज सहित सभी बागवान व किसान उपस्थित रहे।